जालौन के उरई स्थित दयानंद वैदिक महाविद्यालय के आजीवन सदस्य डॉक्टर हरिमोहन पुरवार और अन्य सदस्यों ने बीते वर्ष डॉक्टर देवेंद्र कुमार और डॉक्टर दिलीप सेठ द्वारा गठित की गई नई प्रबंध कार्यकारिणी के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। सभी सदस्यों ने बीते वर्ष कूट रचित तरीके से गठित की कार्यकारिणी पर कई गंभीर आरोप लगाए और कहा कि बीते वर्ष इन सभी लोगों ने फर्जी तरीके से नई प्रबंध कार्यकारणी का गठन कर लिया और आजीवन सदस्य को इस कार्यकारणी से बाहर कर दिया, जो गैर कानूनी है। इसकी शिकायत रजिस्टर झांसी से की गई है, जिसकी सुनवाई हो रही है, साथ ही जांच भी उनके द्वारा की जा रही है, इसके अलावा तीन दिन पहले आयोजित बैठक में डीवी कॉलेज के सदस्यों ने नई कार्यकारणी गठित किया वह सही है।
दयानंद वैदिक महाविद्यालय के आजीवन सदस्य और समिति के नव निर्वाचित अध्यक्ष डॉक्टर हरिमोहन पुरवार ने बुधवार को बताया कि वह 1977 से महाविद्यालय की वरिष्ठ और आजीवन सदस्य है। 7 मार्च 2010 को इसकी पुष्टि प्रबंध समिति के बैठक में भी हुई थी, इस बैठक में डॉक्टर दिलीप सेठ और डॉक्टर देवेंद्र कुमार स्वयं उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि दयानंद वैदिक महाविद्यालय की प्रबंध कमेटी का पिछला निर्वाचन 1 अप्रैल 2018 को हुआ था, जिसका कार्यकाल 31 मार्च 2023 तक था। प्रबंध कारण कमेटी का निर्वाचन 31 मार्च 2023 के पूर्व होना था, परंतु झांसी मंडल के आयुक्त द्वारा 15 फरवरी 2023 को निर्वाचन पर रोक लगा दी थी, इस कारण 31 मार्च 2023 तक कमेटी के सदस्यों का निर्वाचन नहीं हो सकता था। उन्होंने बताया कि निर्चाचन अधिकार सिर्फ रजिस्ट्रार झांसी को था, अन्य कोई भी कमेटी का निर्वाचन नहीं कर सकता था। मगर महाविद्यालय के प्रबंध कार्यकारिणी में मौजूद डॉक्टर देवेंद्र कुमार और डॉक्टर दिलीफ सेठ ने फर्जी एवं कूट रचित व मनमानी तरीके से 5 अप्रैल 2023 को एक स्थानीय समाचार पत्र में विज्ञप्ति दिखाकर 10 अप्रैल 2023 को साधारण सभा के सदस्यों को पंजीकृत कराने हेतु फर्जी अभिलेख सहायक रजिस्टर झांसी के समक्ष प्रस्तुत कर दिये, उनके समक्ष कुल 35 सदस्यों में 20 सदस्यों को सूचना तक नहीं दी गई और साधारण सभा के सदस्यों को इसी फर्जी सूची को सहायक रजिस्टर झांसी के कार्यालय में फर्जी अभिलेखों के आधार पर धोखा देकर 29 अप्रैल 2023 को साधारण सभा के 27 सदस्यों को पंजीकृत कर लिया गया और अन्य सदस्यों को बिना कोई सूचना दिए फर्जी तरीके से उनकी सदस्यता समाप्त कर दी गई। इस प्रकार की सुनवाई सहायक रजिस्टर झांसी के समाप्त चल रही है। जिसकी अगली तारीख 2 अप्रैल 24 है।
आजीवन सदस्य और नीरडॉक्टर पुरवार ने बताया कि डॉक्टर देवेंद्र कुमार एवं डॉ दिलीप सेठ द्वारा फर्जी एवं कूट तरीके से फर्जी विज्ञापन दिखाकर निर्वाचन को अवैधानिक रूप से करवा लिया, जिस कारण फर्जी तरीके से समस्त अनै तिक असंवैधानिक एवं फर्जी कार्य किया जा रहे हैं, इसके अलावा आजीवन सदस्यों की भी सदस्यता को रद्द कर दिया, जबकि आजीवन सदस्यता कभी भी रद्द नहीं होती है और न ही उसका शुल्क जमा करना होता है। डॉक्टर देवेंद्र लगातार कूट रचित एवं मनगढ़ंत तरीके से सदस्यों को भ्रमित कर मेरे ऊपर रिपोर्ट दर्ज कराने की धमकी दे रहे हैं।
जबकि दयानंद वैदिक महाविद्यालय के सदस्यतों द्वारा समिति की बैठक 24 मार्च 24 को वैधानिक तरीके से बुलाई गई थी, जो संपन्न हुई, जिसमें समिति के पदाधिकारी निर्वाचित हुये, जिसमें समिति के अध्यक्ष पद पर डॉक्टर हरिमोहन पुरवार को चुना गया, जबकि उपाध्यक्ष दीपक चंद्र श्रीवास्तव, सचिव शिवशंकर रावत, उपसचिव सत्यप्रकाश खरे एवं कोषाध्यक्ष डॉ राकेश कुमार गुप्ता चुने गए।
इसके अलावा कूट रचित कमेटी बनाने वाले डॉक्टर देवेंद्र कुमार और डॉक्टर दिलीप सेठ से निर्वाचन संबंधी कागजात मांगे गए, जो अभी तक उपलब्ध नहीं कराए गए हैं, इसीलिए इसकी मामले की शिकायत रजिस्टर झांसी से की गई है, जो उनके यहां विचाराधीन है और उसकी सुनवाई भी होनी है, इसीलिए जो भी कमेटी डॉ देवेंद्र कुमार द्वारा गठित की गई है, वह फर्जी और कूट रचित है, 24 मार्च 2024 को समिति द्वारा चुनी गई कार्यकारणी वैध ही है।