जालौन में शुक्रवार शाम को कोंच नगर में बार एसोसिएशन के शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु, मध्यम, उद्यम राज्यमंत्री भानु प्रताप वर्मा ने कोंच बार एसोसिएशन के नवनिर्वाचित पदाधिकारी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह के दौरान केंद्रीय राज्यमंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने कहा कि बार और बेंच को एक साथ मिलकर काम करना चाहिये, जिससे गरीब और पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाया जा सके।
बता दें कि जालौन की कोंच तहसील के बार एसोसिएशन का चुनाव जनवरी माह में संपन्न हुआ था, जिसमें अध्यक्ष पद पर राजेंद्र प्रसाद निरंजन, वरिष्ठ उपाध्यक्ष कुलदीप नारायण सोनकिया, महामंत्री दीनानाथ निरंजन, उपाध्यक्ष पद पर उमेश कुमार व्यास, संदीप श्रीवास्तव और अवनीश कुमार बुटालिया निर्वाचित हुए थे, जबकि संयुक्त सचिव के पद पर विनय कुमार गोयल, अंकित कुमार, संजय कुमार निरंजन की जीत हुई थी, जबकि कोषाध्यक्ष सोमदत्त चुने गए थे, इसके अलावा वरिष्ठ सदस्य अशोक कुमार तिवारी, देवेश कुमार मिश्रा, नवल किशोर जाटव, राम हरि कुशवाहा, राम बिहारी श्रीवास्तव, साथ ही कनिष्क सदस्य अनिल पटेरिया, गजेंद्र कुमार, देवेश कुमार, राघवेंद्र सिंह, साकेत चतुर्वेदी और शैलेंद्र कुमार पटेरिया की जीत हुई थी, आज इनको केंद्रीय राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
शपथ दिलाने के बाद केंद्रीय राज्यमंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने उपस्थित सभी अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अधिवक्ताओं का काम गरीब और पीड़ितों को न्याय दिलाना है। इसीलिए अधिवक्ता न्याय हित में काम करें। उन्होंने कहा कि बार और बेंच आपस में सामंजस्य बनाकर काम करेंगे, तभी गरीब और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जा सकता है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में कानून में बदलाव किया है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों द्वारा बनाए गए कानून आजादी के बाद भी देश में लागू थे, मगर केंद्र की मोदी सरकार और गृहमंत्री अमित शाह द्वारा कानून में बदलाव किया गया है। उन्होंने कहा कि आईपीसी को अब भारतीय दंड संहिता के नाम से जाना जाएगा, जिसे 1 जुलाई से लागू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोंच बार एसोसिएशन ईमानदारी से काम कर रहा है, इसीलिए अधिवक्ताओं के हित को ध्यान में रखते हुए 26 लाख की लागत से एक बड़ा हॉल अधिवक्ताओं के लिये दिया जा रहा है, जिससे उन्हें सर्दी गर्मी बरसात में समस्याओं का सामना न करना पड़े।