जालौन में सरकारी विभाग का बड़ा कारनामा और लापरवाही सामने आई है। यहां एक जीवित वृद्ध को सरकारी कागजों में मृत दिखाकर उसकी वृद्धा पेंशन रोक दी। बीते एक वर्ष से वृद्ध अपने आप को जीवित होने का सरकारी कार्यालयों में प्रमाण दे रहा है, मगर इसके बावजूद भी उसकी पेंशन शुरू नहीं की गई, जिसके बाद वृद्ध जिलाधिकारी के पास समाधान दिवस में पहुंचा, जहां उसने जिलाधिकारी को पूरी जानकारी दी, जिन्होंने पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए तत्काल लेखपाल और कानूनगो से इसकी जांच कराई, साथ ही वृद्ध की दोबारा पेंशन शुरू करने के लिए समाज कल्याण विभाग को निर्देश दिए हैं, इतना ही नहीं जिसके द्वारा यह लापरवाही बरती उसके खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
मामला कोंच तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम बस्ती का है। बस्ती ग्राम के रहने वाले अवध बिहारी पुत्र दुर्गा प्रसाद करे वर्षों से सरकार द्वारा निर्धारित की गई वृद्धा पेंशन को ले रहे थे, लेकिन एक साल पहले उन्हें सरकारी दस्तावेजों में मृत दिखाकर उसकी वृद्धा पेंशन रोक दी गई। एक साल से पेंशन न आने पर उसने बैंक जाकर पेंशन न आने के बारे में जानकारी ली, लेकिन बैंक से सही जवाब न मिलने पर अवध बिहारी उरई मुख्यालय स्थित समाज कल्याण विभाग कार्यालय पहुंचे, पहले तो उसे वहां सही जवाब नहीं मिला कई बार चक्कर लगाने के बाद, कार्यालय में तैनात लिपिक द्वारा बताया गया कि उसकी मृत्यु हो गई है, जिस कारण उसकी पेंशन को सरकार द्वारा रोक दिया गया।
इस दौरान उसने समाज कल्याण विभाग में अपने जीवित होने के प्रमाण पत्र दिया, मगर इसके बाद भी उसकी पेंशन शुरू नहीं हो सकी। जब शनिवार को कोंच कोतवाली में आयोजित समाधान दिवस में जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय और पुलिस अधीक्षक डॉ दुर्गेश कुमार पहुंचे तो अवध बिहारी ने प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि उसे सरकारी कागजों में मृत दिखाकर उसकी वृद्धा पेंशन बंद कर दी गई और वह अपने आप को जीवित दिखाने के लिए शपथ पत्र के साथ सारे दस्तावेज दिखा रहा है जिसे सुनकर जिलाधिकारी भी हैरान रह गए, इस दौरान उसने बताया कि पेंशन न मिलने के कारण वह अपना भरण पोषण भी नहीं कर पा रहा है।
इसके बाद डीएम ने वृद्ध की बात सुनते हुए इस मामले की तत्काल जांच कराई और लेखपाल तथा कानूनगो को उसके जीवित होने के बारे में जानकारी ली तथा ग्राम प्रधान से भी बात की, जिसके बाद पता चला कि वह जीवित है, जिस पर उन्होंने समाज कल्याण विभाग को तत्काल निर्देश देते हुए अवध बिहारी की तत्काल पेंशन जारी करने के निर्देश दिए।
इस दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि वृद्ध को पूरी एक साल की पेंशन दी जाएगी, साथ ही इस मामले की भी जांच की जाएगी कि किसके द्वारा उसे मृत दिखाया गया है, जिसने भी यह किया है उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।