जालौन में शनिवार को कस्तूरबा आवासीय विद्यालय पिंडारी में पढ़ने वाली आधा दर्जन छात्राओं को फीवर, पेट दर्द और चक्कर आने की शिकायत पर इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिंडारी में भर्ती कराया गया, जिसमें दो की हालत बिगड़ने पर उन्हें हायर सेंटर उरई रेफर कर दिया था, जिसमें इलाज के दौरान एक छात्रा की मौत हो गई।
छात्रा की मौत की खबर पर कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में हड़कंप मच गया, सूचना मिलते ही जिलाधिकारी और एसपी से लेकर कोंच तहसील के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच में जुट गए, वही जिस छात्र की मौत हुई है उसके शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, जिससे उसकी मौत का कारण स्पष्ट हो सके, वही जांच के दौरान पाया गया कि जिस छात्रा की मौत हुई है, वह फीवर से पीड़ित थी, साथ ही जिन बच्चियों की हालत बिगड़ी उनको भी फीवर, चक्कर और पेट दर्द की समस्या थी।
पिंडारी कस्तूरबा आवासीय विद्यालय का मामला
मामला एट कोतवाली क्षेत्र के पिंडारी स्थित कस्तूरबा आवासीय विद्यालय का है। यहां कोटरा थाना क्षेत्र के ग्राम भरसूडा के रहने वाली बृजमोहन की 13 वर्षीय पुत्री छाया का अप्रैल में कक्षा 6 में एडमिशन दिया लिया था। इस आवासीय विद्यालय में 100 छात्राओं का रजिस्ट्रेशन है, लेकिन वर्तमान में 71 छात्राएं वहां रहकर पढ़ाई कर रही थी, रात्रि के समय छात्राओं ने दाल चावल रोटी और खीर खाई, इसके थोड़ी देर बाद कुछ छात्राओं की तबीयत बिगड़ने लगी सभी को पेट दर्द चक्कर और फीवर की शिकायत मिली, जिस पर स्कूल की वार्डन सुषमा स्वर्णकार द्वारा उन्हें दवा दी, लेकिन कक्षा 6 में पढ़ने वाली छात्रा छाया की हालत बिगड़ गई, उसे तेज फीवर आया, उसे इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिंडारी में भर्ती कराया गया, लेकिन हालत नाजुक होने के कारण उसे हायर सेंटर उरई रेफर कर दिया, जिस पर उसके परिजनों को सूचना दी गई, जो मेडिकल कॉलेज पहुंचे, जहां इलाज के दौरान कक्षा 6 की छात्रा छाया ने दम तोड़ दिया, इसी दौरान एक छात्रा गुनगुन की भी तबीयत खराब हुई, उसे भी इलाज के लिए उरई ले जाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
छात्रा की मौत से स्टाफ और बच्चे आए दहशत में
वहीं छात्रा की मौत से आवासीय विद्यालय में हड़कंप मच गया, इस सूचना पर अन्य छात्रों की परिजन भी मौके पर पहुंचे, जो अपनी घर की बेटियों को कस्तूरबा आवासीय विद्यालय से घर ले गए, वहीं कुछ छात्राएं, गौरी, करिश्मा, नैंसी अनीता और नव्या को शाम होते ही फीवर और पेट दर्द की शिकायत हुई, जिन्हें इलाज के लिए भी अस्पताल लाया गया।
इलाज कराने पहुंची छात्रा गौरी ने बताया कि खाना खाने के बाद उसे सिर में तेज दर्द होने लगा आंख से पानी आ रहा है। छात्रा ने बताया कि सुबह चना खाया था, दिन में रोटी लौकी सब्जी दाल और चावल खाया था, रात में भी दाल चावल खीर खाई थी, रात में उन्हें फीवर और पेट दर्द की शिकायत हुई जिसमें छाया की भी हालत खराब हुई।
डीएम एसपी पहुंचे जांच करने
वही इस घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय और पुलिस अधीक्षक डॉक्टर दुर्गेश कुमार एसडीएम ज्योति सिंह, सीओ अर्चना सिंह, बीएसए चंद्र प्रकार और एसीएमओ डॉक्टर वीरेंद्र कुमार भी आवासीय विद्यालय पहुंचे, इस दौरान उन्होंने छात्राओं से भी बात की, जहां छात्राओं ने अपने स्वस्थ्य होने की जानकारी दी। वहीं डीएम राजेश कुमार पांडेय ने रसोइयों से भी बात करते हुए खाने को स्वच्छ तरीके से बनाने के निर्देश दिए, साथ ही कहा कि विद्यालय में स्वास्थ्य कर्मचारी तैनात रहें और समय समय पर परीक्षण करते रहें, जिससे उन्हें किसी प्रकार की कोई समस्या न हो।
वहीं छात्रा की मौत के बाद उसके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, साथ ही जिलाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि जिस छात्रा की मौत हुई है, उसकी मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा, वही छात्रा की मौत फीवर आने के कारण बताई जा रही है।
दो दिन पहले मिले थे पिता, बेटी थी स्वस्थ्य
वही बेटी की मौत की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे पिता बृजमोहन का कहना है कि दो दिन पहले ही अपनी बेटी छाया से मिलने आवासीय विद्यालय आए थे, उस समय उनकी बेटी पूरी तरह से स्वास्थ्य थी, उसके बीमार होने की जानकारी स्कूल स्टाफ नहीं दी, जब उनकी बेटी को फीवर आया तो इसके बारे में सूचना देनी थी, उन्होंने विद्यालय स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाया है।