जालौन में बीच सड़क पर दबंगों ने एक RTI कार्यकर्ता को रास्ते में रोककर बेरहमी से पीटा था, इतना ही नहीं उसे बंधक बनाकर आगे जाकर मरणासन्न हालत में सड़क पर फेंक दिया था। RTI कार्यकर्ता के साथ की गई मारपीट की वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। इस मामले में पीड़ित RTI कार्यकर्ता ने मारपीट करने वाले दबंगों के खिलाफ मुकदमा भी पंजीकृत कराया था, घटना को एक माह बीत जाने के बावजूद भी अभी तक पुलिस ने किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की है, जिससे पीड़ित दहशत में है, इतना ही नहीं पीड़ित अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है, जिससे मारपीट करने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई हो जा सके।
कोंच कोतवाली के ग्राम बिरगुवा बुजुर्ग के रहने वाले RTI कार्यकर्ता शैलेंद्र निरंजन ने बताया कि वह कोंच नगर के मोहल्ला तिलक नगर में आवास बनाकर रह रहा हैं, उसने कोंच विकासखंड में होने वाले विकास कार्यों से संबंधित एक सूचना खंड विकास अधिकारी से कोंच 3 अक्टूबर 2024 को मांगी थी, जिससे ब्लॉक प्रमुख रानी देवी के पति विनोद कुमार वर्मा, सत्येंद्र कुमार उर्फ शीलू पुत्र चंद्रपाल निवासीगण ग्राम पड़री कोंच नाराज हो गए, जिन्होंने कई बार गाली गलौज करते हुए जन सूचना वापस लेने की धमकी दी थी, लेकिन उसके द्वारा जन सूचना वापस नहीं ली गई।
वह 6 नवंबर को रात्रि लगभग 8 बजे होटल आशीर्वाद से अपनी मोटरसाइकिल से घर जा रहा था, उसी समय अभिलाषा होटल के पास सत्येंद्र सिंह उर्फ शीलू पुत्र चंद्रपाल, विनोद कुमार वर्मा पुत्र अज्ञात व पद्मेश पुत्र चित्तर सिंह निवासीगण पडरी, धर्मेंद्र निरंजन पुत्र अज्ञात निवासी चमरसेना, लालू पटेल पुत्र अज्ञात निवासी कैथी थाना कोंच एवं व छोटे राजा पुत्र अज्ञात निवासी ताहरपुर और 10-12 अज्ञात व्यक्ति जिन्होंने मुंसिफ कोर्ट के सामने उसको मोटरसाइकिल सहित रोक लिया और लात-घुसे और डंडे और बंदूक की बट से मारपीट की, इतना ही नहीं उसे गाड़ी में बंधक बनाकर ले गए, जहां रास्ते में जगह-जगह उसके साथ मारपीट की, जिससे उसके सिर आंख व शरीर के अन्य भागों में पर चोट पहुंची, इतना ही नहीं इन सभी लोगों ने ब्लॉक प्रमुख कार्यालय ले जाकर घटना को छुपाने के उद्देश्य से उसके खिलाफ उल्टा मुकदमा लिखने की नीयत से कार्यालय की कुर्सियां व फर्श पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी,
उसके साथ की गई मारपीट और गाड़ी में बंधक बनाकर ले जाने की घटना मुंसिफ कोर्ट के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई, पुलिस ने इस मामले में मुकदमा पंजीकृत कर लिया, मगर एक माह बीत जाने के बाद अभी तक किसी भी आरोपित की गिरफ्तारी नहीं की, जिससे पीड़ित दहशत में है।
पीड़ित ने बताया कि उसने डीआईजी से लेकर उच्च अधिकारियों को इस मामले के बारे में अवगत कराया है, मगर पुलिस ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया, जिससे वह दहशत में है। उसने अधिकारियों से मांग की है कि जल्द से जल्द इस वारदात को अंजाम देने वालों को गिरफ्तार किया जाए, पीड़िता ने कहा कि आरोपियों के खुलेआम घूमने से उसको अपनी जान का खतरा है, यदि उसके साथ किसी प्रकार की कोई घटना होती है तो इसकी जिम्मेदारी इस घटना को अंजाम देने वाले लोगों की होगी।