जालौन में दो माह पहले 30 अगस्त को एक युवक का शव खेत में खून से लथपथ मिला था, जिसकी बेरहमी से हत्या की गई थी, इस हत्याकांड का शनिवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया है, हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके दोस्त ने की थी, जिसको पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।
इस मामले का खुलासा करते हुए जालौन के क्षेत्राधिकारी शैलेंद्र वाजपेई ने बताया कि चुर्खी थाना क्षेत्र के ग्राम बिनौरा वैध में रामाधार के खेत में एक युवक का शव खून से लथपथ 30 अगस्त को मिला था, जिसकी शिनाख्त उरई के स्टेशन रोड की रहने वाली महिला प्रीति ने अपने पति आशीष पंडित पुत्र संतोष कुमार निवासी ग्राम खनवां के रूप में की थी, इस पर पुलिस ने शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया था, जिसके बाद पुलिस ने इस हत्या के खुलासे के लिए टीम गठित की थी, जिसके बाद इस हत्याकांड में कृष्णपाल सिंह उर्फ छोटे साहब गुर्जर निवासी ग्राम शेखपुर खुर्द का नाम प्रकाश में आया था, लेकिन पुलिस को हत्यारोपी का सुराग नहीं मिल पा रहा था।
इसी दौरान जालौन पुलिस को सूचना मिली कि इस हत्याकांड में शामिल आरोपी कृष्णपाल सिंह उर्फ छोटे साहब गुर्जर मृतक की बाइक लेकर कहीं बाहर भागने की फिराक में है। इसकी सूचना पर पुलिस ने चेकिंग की, इस दौरान सहाव मोड़ के पास पुलिस ने मृतक की बाइक से आ रहे हत्याकांड के आरोपी कृष्णपाल सिंह उर्फ छोटे साहब गुर्जर निवासी ग्राम शेखपुर खुर्द को बाइक समेत पकड़ लिया।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि घटना के दिन आशीष पंडित आया था। सिहारी दाऊदपुर में उसके भाई की ससुराल होने से वह उसे पहले से ही जानता था। देर शाम तक दोनों ने सिहारी दाऊदपुर में ठेके के पास बैठकर शराब पी थी। जब वह बाइक से घर जाने लगे तो घर छोड़ने को लेकर उन दोनों के बीच विवाद व मारपीट हो गई। इसी दौरान जब उसने आशीष को लात मारकर गिरा दिया। जिसमें उसके सिर में चोट आ गई और उसकी जान चली गई।
जिसके बाद उसने आशीष के शव को झाड़ियों में छिपा दिया और बाइक लेकर पहले मध्यप्रदेश चला गया, फिर वहां से दिल्ली मजदूरी के लिए चला गया। दिल्ली में उसका एक्सीडेंट हो गया, जिसमें उसे काफी चोटें आईं लेकिन वहां कोई इलाज कराने वाला न होने पर वह वापस घर आ गया था, वह इलाज कराने के लिए आशीष की बाइक बेचने जा रहा था। तभी पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
सीओ ने बताया कि आरोपी ने 2013 में एक किशोरी के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी थी। जिसका मा. न्यायालय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीष एफटीसी कोर्ट उरई में ट्रायल चल रहा है, ट्रायल के दौरान भी वह करीब दो वर्ष से फरार चल रहा था। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।




