जालौन में बुधवार देर शाम को वन विभाग की टीम को बड़ी कामयाबी मिली है। मुखबिर की सूचना पर उरई के माहिल तालाब स्थित एक दुकान पर छापेमारी करते हुए जंगली जानवरों के महत्वपूर्ण अंगों तथा उनसे बने हुए बुरादे व अन्य सामान को बरामद किया है। इस दौरान वन विभाग की टीम ने दुकान से चार लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है, जबकि दुकान मालिक मौके से फरार हो गया, इस दौरान टीम ने 10 लाख रुपए का सामान बरामद किया, वही पकड़े गए लोगों के खिलाफ वन विभाग की टीम ने वन अधिनियम के तहत विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
यह कार्रवाई उरई कोतवाली क्षेत्र के माहिल तालाब स्थित एक परचून की दुकान में की है। जहां बुधवार देर शाम को जिला वन अधिकारी प्रदीप कुमार को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि माहिल तालाब स्थित ओमप्रकाश गुप्ता की परचून दुकान में जंगली जानवरों के अंग और उनसे बने सामान को बेचा जा रहा है। इस सूचना पर वन विभाग की टीम ने छापा मारा, जिससे दुकानदारो में हड़कंप मच गया।
वही वन विभाग की छापे मारी का कई दुकानदारों ने विरोध किया, जिस पर पुलिस बल को बुलाना पड़ा, जिसके बाद वन विभाग की टीम दुकान में सघन चेकिंग की गई तो दुकान के अंदर हिरन के सींग, हाथी के दांत का बुरादा, सालम का पंजा, स्पाइनी टेल्ड लिजार्ड की डेड बॉडी, ममीरस चीनी, टैक्सस वाली चियाना समेत तमाम जंगली जानवरों के अंगों से निर्मित सामग्री को बरामद किया, तत्काल वन विभाग की टीम ने इसे जब्त कर लिया। इस दौरान वन विभाग की te दुकान से अजय पुत्र गुड्डू निवासी परासन, दीपू पुत्र रामबाबू निवासी परासन, सतीश पुत्र माता प्रसाद गुप्ता निवासी नूरपुर तहसील कालपी तथा विश्राम पुत्र स्वर्गीय बाबू सिंह निवासी चौरसी थाना कोतवाली उरई को हिरासत में लेकर वन विभाग कार्यालय ले आई, जहां सभी पकड़े गए लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मुकदमा पंजीकृत कर पूछताछ की जा रही है, वही फरार दुकान मालिक को भी गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है।
वही जिला वन अधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि उक्त लोग काफी समय से तमाम जंगली जानवरों के अंगों से निर्मित सामग्री तैयार कर उसकी बिक्री कर रहे थे और मुखबिर की सूचना के आधार पर उक्त कार्रवाई की गई है। जिला वन अधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी, उन्होंने बरामद सामान की कीमत 10 लाख रुपए की बताई है, जिसका आंकलन किया जा रहा है।