जालौन के कोंच नगर में मलंगा नाले में आई बाढ़ के कारण नगर के चार मोहल्ले के सैकड़ो लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, जिससे जनजीवन अस्त व्यस्त है। गुरुवार देर रात जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय, पुलिस अधीक्षक डॉक्टर दुर्गेश कुमार के साथ कोंच नगर पहुंचे, जहां उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की, साथ ही कोंच नगर के कमला नेहरू बालिका इंटर कॉलेज में बनाए गए राहत शिविर और वहां चलने वाली कम्युनिटी किचन का निरीक्षण कर भोजन की गुणवत्ता को परखा, साथ ही स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिए।
वही शुक्रवार को प्रदेश के गन्ना राज्यमंत्री जिले के प्रभारी संजय सिंह गंगवार कोंच नगर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे, साथ ही कोंच तहसील के सलैया बुजुर्ग ग्राम में जाकर बाढ़ से जिन ग्रामीणों के मकान गिरे है, उन्हे धनराशि का प्रमाण पत्र देंगे।
गुरुवार रात को जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय, पुलिस अधीक्षक डॉक्टर दुर्गेश कुमार कोंच नगर पहुंचे, यहां उन्होंने उपजिलाधिकारी ज्योति सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष प्रदीप कुमार गुप्ता, अधिशासी अधिकारी पवन किशोर तथा तहसीलदार वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता के साथ मलंगा नाले से प्रभावित हुए गांधी नगर क्षेत्र के प्रभावित इलाकों का दौरा किया, साथ ही मलंगा नाले की वास्तविक स्थिति को देखा, साथ ही बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की और उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया, साथ ही जिन इलाकों में ज्यादा जलभराव हुआ है, वहां के लोगों को राहत शिविर में ठहरने की सलाह दी है, जिससे किसी भी बाढ़ पीड़ित को समस्या का सामना न करना पड़े।
वहीं उन्होंने राहत शिविर में बनाए गए कम्युनिटी किचन का भी निरीक्षण किया, इस दौरान उन्होंने अधीनस्थों को निर्देश दिए कि कम्युनिटी किचन में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने अधिकारियों से बैठक करते हुए निर्देश दिए कि बाढ़ प्रभावित लोगों को हर संभव मदद दी जाए, साथ ही जहां पर रोशनी की व्यवस्था नहीं है, वहां मोमबत्ती आदि पहुंचाई जाए, जिससे कोई भी व्यक्ति अंधेरे में न रह सके।
वही शुक्रवार को प्रदेश के गन्ना राज्य मंत्री, जिले के प्रभारी संजय सिंह गंगवार जालौन के कोंच नगर पहुंचेंगे, जहां वह कोंच नगर में आई बाढ़ का दौरा करेंगे और बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात कर उन्हें राहत सामग्री उपलब्ध कराएंगे, इसके अलावा वह कोंच तहसील के बाढ़ प्रभावित सलैया बुजुर्ग ग्राम पहुंचेंगे, यहां वह उन ग्रामीणों को आर्थिक सहायता का प्रमाण पत्र देंगे, जिनका पहूज नदी में आई बाढ़ के कारण मकान गिरे थे।