जालौन में थाना प्रभारी की हठधर्मता एक सिपाही को भारी पड़ गई। सिपाही को थानाध्यक्ष द्वारा छुट्टी न देने के कारण वह अपनी गर्भवती पत्नी को समय से अस्पताल नहीं ले जा सका, जिस कारण उसकी गर्भवती पत्नी और बच्चे की मौत हो गई। इस घटना की जानकारी जैसे ही पुलिस विभाग के अधिकारियों को हुई हड़कंप मच गया। आनन फानन में अधिकारियों में सिपाही को छुट्टी देनी पड़ी, मगर तब तक बहुत देर हो चुकी थी। वही जालौन के एसपी ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए तत्काल एक पत्र जारी किया और सभी एसओ, सीओ को निर्देश दिए कि, किसी को भी अनावश्यक रूप से छुट्टी देने से मना न किया जाए।
सिपाही ने एसओ रामपुरा से मांगी थी छुट्टी, एसओ ने छुट्टी देने से कर दिया था मना
मामला जालौन के रामपुरा थाना का है। इस थाने में सिपाही विकास निर्मल तैनात है, जिसकी पत्नी गर्भवती थी और प्रेगनेंसी का अंतिम माह चल रहा था, जिस कारण सिपाही विकास ने थानाध्यक्ष रामपुरा अर्जुन सिंह को अवकाश के लिए प्रार्थना पत्र दिया, मगर थानाध्यक्ष अर्जुन सिंह ने सिपाही द्वारा मांगे गए अवकाश को स्वीकृत नहीं किया, जिस कारण सिपाही अपनी गर्भवती के पास नहीं जा सका और न ही उसे अच्छे अस्पताल ले जा सका, जिस कारण उसकी गर्भवती पत्नी और बच्चों की डिलीवरी के दौरान मौत हो गई, जैसे ही सिपाही को इसकी जानकारी हुई उसने जालौन की पुलिस अधीक्षक को इस बारे में अवगत कराया, जिन्होंने तत्काल सिपाही को छुट्टी दी, जिससे वह अपने घर जा सके मगर तब तक बहुत देर हो चुकी थी, इस घटना से पुलिस विभाग में भी हड़कंप मच गया।

छुट्टी न मिलने पर गर्भवती पत्नी और बच्चे की मौत
वही बताया गया कि सिपाही विकास निर्मल ने रामपुरा थाने के प्रभारी निरीक्षक अर्जुन सिंह को छुट्टी के लिए प्रार्थना पत्र दिया था, मगर थानाध्यक्ष रामपुरा द्वारा उसकी छुट्टी को स्वीकृत नहीं किया गया, जिस कारण वह समय से घर नहीं जा सका और न ही पत्नी को अच्छे अस्पताल में भर्ती कर सका, जिस कारण उसकी गर्भवती पत्नी और बच्चे की मौत हुई।

एसपी ने एसओ रामपुरा की मानी गलती
वही इस मामले में जालौन के पुलिस अधीक्षक डॉक्टर ईरज राजा ने बताया कि कहीं न कहीं गलती थाना अध्यक्ष रामपुरा की है, जिन्होंने ऐसी हालत में छुट्टी नहीं दी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सिपाही रामपुरा थाने में ही तैनात है,और वह बीते कई दिनों से सीएल, ईएल ले चुका था, सिपाही ने जब भी छुट्टी मांगी उसे दी गई, लेकिन बीते कई समय से ज्यादा छुट्टी होने के कारण एसओ ने उसकी छुट्टी को स्वीकृत नहीं किया था, ऐसी हालत में वह मुझे भी अवगत करा सकता था, उसकी छुट्टी को स्वीकृत कर दी जाती।

किसी भी पुलिस कर्मी को छुट्टी के लिए अनावश्यक रूप से न किया जाए परेशान
एसपी ने एक पत्र जारी करते हुए कहा कि उन्हें जानकारी मिली कि थाना प्रभारी द्वारा अनावश्यक रूप पुलिस कर्मियों को छुट्टी से रोका जा रहा है। उन्होंने सभी सीओ, एसओ को अवगत कराया है कि किसी भी सिपाही को छुट्टी लेने के अनावश्यक रूप से परेशान न किया जाए, 10 से 12 बजे तक प्रार्थना पत्र को थाना प्रभारी, क्षेत्राधिकारी कार्यालय तक पहुचाए और क्षेत्राधिकारी शाम 6 बजे तक संतुति के साथ उसे आगे भिजवाए। यदि शाम 6 बजे तक थाना प्रभारी और क्षेत्राधिकारी द्वारा प्रार्थना पत्र को अग्रसारित नहीं किया जाता है तो उसे स्वयं ही अग्रसारित माना जाएगा, साथ ही इस आदेश का कड़ाई से पालन किया जाए।