जालौन जिले के चुर्खी गांव से शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक घटना सामने आई। गांव के पास स्थित जंगल में आकाशीय बिजली गिरने से 60 वर्षीय बुजुर्ग चरवाहा श्याम बाबू और उनकी एक बकरी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई अन्य बकरियां झुलस गईं।
श्याम बाबू पुत्र छेदीलाल रोज की तरह सुबह अपनी बकरियों को लेकर जंगल की ओर गए थे। मौसम शुरुआत में सामान्य था, लेकिन कुछ ही देर में अचानक तेज हवाएं चलने लगीं और आसमान में काले बादल छा गए। देखते ही देखते बारिश शुरू हो गई। बारिश से बचने के लिए श्याम बाबू महुआ के एक पेड़ के नीचे जाकर खड़े हो गए। दुर्भाग्यवश, उसी समय उस पेड़ पर तेज आकाशीय बिजली गिरी और श्याम बाबू व उनकी एक बकरी की मौके पर ही मृत्यु हो गई। इस घटना में कई अन्य बकरियां भी झुलस गईं, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
घटना की सूचना मिलते ही चुर्खी थाना प्रभारी शिव शंकर सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इसके साथ ही राजस्व विभाग की टीम ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया और पंचनामा भरकर आवश्यक कार्यवाही शुरू कर दी है।
राजस्व अधिकारियों ने बताया कि यह एक प्राकृतिक आपदा का मामला है और शासन की ओर से पीड़ित परिवार को आपदा राहत कोष के तहत मुआवजा दिया जाएगा। संबंधित रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को भेजी जा रही है।
इधर, गांव में श्याम बाबू की मृत्यु से शोक की लहर दौड़ गई है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि पीड़ित परिवार को तुरंत आर्थिक सहायता और अन्य सरकारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं, ताकि वे इस कठिन समय में संबल पा सकें।
प्रशासन ने भी आम लोगों से अपील की है कि मौसम खराब होने या गरज-चमक के दौरान खुले स्थानों या पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचें। ऐसे समय में सुरक्षित स्थानों पर शरण लेना ही जीवन की सुरक्षा का उपाय है।