पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग लेकर बुंदेलखंड संयुक्त मोर्चा के नेतृत्व में 18 संगठनों द्वारा बुंदेलखंड विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष राजा बुंदेला द्वारा निकाली जा रही गांव-गांव, पांव-पांव पदयात्रा सोमवार को कालपी तहसील के नूरपुर से शुरू हुई, जो टिकाबली , पिपरौंधा, महेवा, बैरई, मगरौल ग्राम का भ्रमण करते हुए कालपी पहुंची, जहां जनता का अपार समर्थन प्राप्त हुआ और ग्रामीणों द्वारा भव्य स्वागत किया गया।
इस दौरान बुंदेलखंड विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष राजा बुंदेला ने ग्रामीणों को बुंदेलखंड राज्य की मांग का महत्व समझाते हुए कहा कि यह बुंदेलखंड के लोगों के भविष्य की लड़ाई है। हम सभी ग्रामीणों को एक साथ मिलकर बुंदेलखंड की लड़ाई लड़नी है। उन्होंने जिले के बीहड़ क्षेत्र से हो रहे पलायन के बारे में चिंता करते हुए कहा कि रोजगार के कम अवसर होने की वजह से लोग पलायन कर रहे है। अब डकैत भी नहीं बचे लेकिन रोजी रोटी की वजह से लोगों को घर छोड़कर जाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अलग बुन्देलखण्ड राज्य तभी बनेगा जब ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर विकसित होंगे, वही सात नदियों का पानी होने के बाद भी बुन्देलखण्ड प्यासा है।
वही मार्ग में तमाम जगह पर किसानो, युवाओं व विभिन्न संगठनों ने पदयात्रा का स्वागत किया। आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि बुंदेलखंड राज्य अवश्य बनेगा। बुंदेलखंड राज्य बना तो तरक्की के नए मापदंड तय करेगा। शिक्षक नेता अशोक राठौर, डा आश्रय सिंह (यात्रा संयोजक ), शिवम चौहान सोनू (अध्यक्ष बुन्देली सेना जालौन ) सुरेन्द्र पाल सिंह, प्रताप सिंह बुंदेला (किसान नेता ) दीपक पाण्डेय प्रबंधक रामजी बालिका, कौशल सिंह पूर्व प्रधान मुसमरिया आदि ने भी सभा को संबोधित किया।
वक्ताओ ने कहा कि अब उप्र का विभाजन होना ही चाहिए, अब राज्य का निर्माण बनना आवश्यक है। पूर्व काल में बुंदेलखंड का दो राज्यों में विभाजन कर दिया गया। उसके बाद भी बुंदेलखंड अपने अस्तित्व को बचाये है। यह गौरव और अस्तित्व बचा रहे इसके लिए बुंदेलखंड संयुक्त मोर्चा पृथक बुंदेलखंड के लिए गाँव-गाँव काम कर रही है। बुंदेलखंड हर बुंदेलखंडी की मांग है। इस पदयात्रा के माध्यम से सरकार तक अपनी बात पहुंचाई जाएगी। अलग राज्य बनने पर बुंदेलखंड भारत का मुकुट बनेगा। इस अवसर पर राजा बुंदेला ने कहा कि बुंदेलखंड की लड़ाई को जनमानस तक ले जाने के लिए यह पदयात्रा आयोजित की गई है। भाजपा छोटे राज्यों की समर्थक है। हमें आशा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नया बुंदेलखंड 2027 तक आकार लेगा और जल्द बुंदेलखंड की घोषणा होगी। लेकिन हमें सरकार तक बुंदेलखंड की बात पहुँचाना है। उन्होंने विभिन्न संगठनों का एक मंच पर आने का स्वागत किया। उन्होंने अन्य संगठनों से भी पदयात्रा से जुड़ने का आह्वान किया।
यात्रा में नगर एवं ग्रामीणों ने भारी संख्या में समर्थन दिया और साथ ही साथ ग्राम प्रधानों ने प्रथक बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण हेतु राजा बुंदेला को समर्थन पत्र सौंपा। साथ ही मिलने वाला जन समर्थन के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर राजा बुंदेला जी के साथ अशोक राठौर (शिक्षक नेता ), डा.आश्रय सिंह (यात्रा संयोजक ), शिवम चौहान सोनू ( अध्यक्ष बुन्देली सेना जालौन ) , प्रताप सिंह बुंदेला (किसान नेता ), बीरपाल सिंह ठेकेदार त्रिभुवन सिंह, पृथ्वीराज सिंह, धर्मेंद्र सिंह पूर्व प्रधान औता, जेंटर सिंह, चंदू सिंह, रामकुमार जादौन, रवि महेवा, मोनू निवहना, गौरव महेवा, विनय महेवा, राजकुमार सिंह, पुष्पेंद्र सिंह, सोनू चौहान हिम्मतपुर, पवन द्वीप निषाद, अनुराग कठपुरवा,रामवीर सिंह, राघव सिंह, तेजभान सिंह बुंदेला, विकास लखेरा, सत्यम राठौर, उमाशंकर द्विवेदी आदि मौजूद रहे।