जालौन में एक युवक अपने सगे दोस्त की पत्नी से शादी करना चाहता था और उसके साथ अफेयर भी चल रहा था, इसलिए उसकी चाहत में युवक ने अपने दोस्त की बेरहमी से चाकू से बार करते हुए हत्या कर दी और उसके शव को जंगल में फेंक दिया। पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया। पुलिस ने इस घटना को अंजाम देने वाले मृतक के साथी को गिरफ्तार कर लिया, साथ ही इस हत्या में साथ देने वाले आरोपी के सगे भाई को भी गिरफ्तार कर लिया, जिनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया।
हत्याकांड का खुलासा करते हुए कोंच सर्कल के क्षेत्राधिकारी डॉक्टर देवेंद्र कुमार पचौरी ने बताया कि 18 दिसंबर को नदीगांव थाना क्षेत्र के ग्राम गिदवासा के बीहड़ में एक 37 वर्षीय युवक का सड़ी गली स्थित में शव मिला था, जिसकी शिनाख्त कोंच कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला आराजी लेन के रहने वाले 37 वर्षीय वकील पुत्र मुन्ना के रूप में हुई। वकील 8 दिसंबर से लापता था, जिसे मोहल्ले के ही रहने वाले दो युवक ताहिर और अख्तर पुत्रगण अफसर उर्फ मुन्ना काम पर ले जाने की बात कहकर घर से ले गए थे, 15 दिसम्बर को गुमशुदी की शिकायत वकील की मां कमरून ने कोंच कोतवाली पुलिस से की थी, जिस पर 16 दिसम्बर को पुलिस ने गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी, जिसके बाद 18 दिसम्बर को उसका शव मिला था, जिसने पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा पंजीकृत कर लिया था। इस खुलासे के लिए कोंच कोतवाली पुलिस टीम लगाई गई थी, जिसमें इस हत्याकांड के दोनों आरोपी ताहिर और उसके भाई अख्तर को गिरफ्तार कर लिया है
सीओ डॉक्टर देवेंद्र पचौरी ने बताया कि पूछताछ के दौरान पता चला कि मुख्य आरोपी ताहिर जंगल में हड्डी बीनने का काम करता था, साथ ही मृतक वकील की पत्नी चांदनी से 3 साल पहले दोस्ती हुई थी और वह दोनों के बीच अफेयर चल रहा था, वह एक दूसरे से शादी भी करना चाहते थे, मगर पति वकील के रहते ताहिर, चांदनी से शादी नहीं कर पा रहा था, इसीलिए 8 दिसंबर को ताहिर ने वकील को अपने साथ हड्डियां बीनने का प्लान बनाकर ले गया, जहां रास्ते में शराब खरीदकर उसे पिला दी, जिसमें वकील बेसुध हो गया, इसी दौरान उसे ई-रिक्शा में बैठाया और गिदवासा गांव के पास जंगल में ले जाकर मौका पाकर उसकी गर्दन पर चाकू से हमला करते हुए उसकी हत्या कर दी और उसे गहरे गड्ढे में फेंक दिया, साथ ही मौके पर ही चाकू फेंक कर भाग गया।
सीओ ने बताया कि इसके बाद उसने अपनी छोटे भाई अख्तर को पूरी घटना के बारे में बताया, जिस पर अख्तर ने उसे दूर भाग जाने के लिए कहा। 16 दिसंबर को जब घर गया, तो वकील के घर के बाहर भीड़ लगी थी, तभी वकील की मां ने उससे पूछने लगी, जिस पर उसने वकील की मां को यह कहकर टहला दिया, कि उसी दिन वकील को भदेवरा के पास छोड़ दिया, जब नदीगांव पुलिस को उसकी लाश मिली तो वह भागने की फिराक में था, उसी दौरान कोंच पुलिस ने उसे पकड़ लिया, सीओ ने बताया कि हत्या में शामिल मुख्य आरोपी ताहिर और उसके भाई अख्तर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।