जालौन के डकोर विकासखंड के ग्राम अमरोट से धुरट तक जाने वाली 3.6 किलोमीटर निर्माण कराई गई सड़क का जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय और मुख्य विकास अधिकारी शिवाकांत द्विवेदी द्वारा औचक निरीक्षण किया गया। इस निरीक्षण के दौरान मानक विहीन सड़क का निर्माण देख जिलाधिकारी ने अधीनस्थों को कड़ी फटकार लगाई साथ ही सड़क की खुदाई कराई, जिसमें जेएसबी का कॉम्पेक्सन नही पाया गया, जिस पर उन्होंने टीएसी जांच करने के निर्देश दिए हैं, साथ ही जांच में कमी पाए जाने पर दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करनी की बात कही है।
बता दे कि लोकसभा चुनाव समाप्त होने के बाद से ही जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय लगातार जनपद में हो रहे विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं, साथ ही उन विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कर रहे हैं, जिससे खामी मिलने पर उसे सही कराया जा सके, और संबंधित दूसरी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जा सके, इसी के तहत गुरुवार को जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने 50 लाख से ऊपर की परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण किया।
जिलाधिकारी ने डकोर विकासखंड अमरोट से धुरट तक लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड द्वारा बनाई गई नवनिर्मित सड़क मार्ग का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड ने बताया कि अमरोट से धुरट सड़क मार्ग लगभग 3.6 किलोमीटर का निर्माण 2.21 करोड़ की धनराशि से किया गया है।
जिलाधिकारी ने संपर्क मार्ग के सड़क की खुदाई कराकर सड़क में प्रयुक्त सामाग्री की गुणवत्ता की जांच कराई, जिसमें जेएसबी का कॉम्पेक्सन नही पाया गया, जिस पर उन्होंने नाराजगी जताई, साथ ही सड़क निर्माण में मानक व गुणवत्ता सही न होने पर सहायक अभियंता प्रांतीय खंड को निर्देश देते हुए कहा कि इसकी टीएसी जांच कराई जाए। उन्होंने कहा कि सड़क मार्ग में यदि मानकों की अनदेखी और गुणवत्ता में खामी मिलती है तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी शिवाकांत द्विवेदी, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण खण्ड-3 महेंद्र, अधिशासी अभियंता आरईएस शैलेन्द्र, खण्ड विकास अधिकारी ब्रजकिशोर कुशवाहा आदि सहित सम्बंधित अधिकारी मौजूद रहे।