जालौन में बकरियों को चुराते समय पहूज नदी में पानी पिलाने गई दो सगी बहने नदी में फिसल कर गिर गई, जिससे वह डूबने लगी, अपनी लड़कियों को नदी में डूबता देख उनकी मां व दादी ने नदी में कूदकर दोनों लड़कियों की जान बचाई, साथ ही उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
घटना रामपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम निनावली जागीर के बाहर से निकली पहुज नदी की है। निनावली जागीर के रहने वाले मुनेश कुमार की पत्नी रेखा देवी उसकी माँ पानकुवंर और उसकी लड़कियों पायल 13 वर्ष व शालनी 11 वर्ष अपने खेत में सरसों की फसल एकत्रित करने के लिये गई थी, साथ में बकरियों को लेकर गई थी। रेखा और उसकी सास पानकुंवर खेत में सरसों की फसल को उठाने में लगी थी, तभी दोनो सगी बहिनें पायल और शालिनी पालतू बकरियों को पानी पिलाने खेत के पास से निकली पहूज नदी के किनारे गई, उसी दौरान बकरियों को नदी में पानी पिलाते समय शालिनी का पैर फिसल गया, जिससे वह नदी में जा गिरी, जिससे वह डूबने लगी।
छोटी बहन को नदी में डूबता देख उसे बाहर निकलने के प्रयास में पायल भी नदी में गिर गई और वह डूबने लगी। दोनों बहिन जब नदी में डूबने लगी तो उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया, बच्चियों की आवाज सुनकर नदी किनारे खेत में काम कर रही माँ रेखा देवी व दादी पानकुंवर भागकर नदी के किनारे आ गई, और अपनी पुत्रियों को नदी में डूबता देख रेखा भी नदी में कूद गई, जिसने अपनी सास की मदद से दोनों बच्चियों को बाहर निकाला।
जिसके बाद दोनों बहिनों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रामपुरा लाया गया। जहाँ डॉ अनिल कुमार द्वारा दोनों बहिनों का उपचार किया जा रहा, जिसमें चिकित्सक द्वारा शालिनी की हालत देख उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया, वही पायल का उपचार कर उसे घर भेज दिया।