जालौन में शनिवार को सड़क हादसे में सेना के जवान की मौत हो गई थी, रविवार को जब उसका शव पैतृक गांव पहुंचने पूरे गांव में मातम छा गया। जहां उसका राजकीय सम्मान के साथ सेना के जवानों, ग्रामीण और जनप्रतिनिधियों ने अंतिम संस्कार कराया, इस दौरान पूरा गांव गमगीन रहा।

बता दे कि शनिवार दोपहर को जालौन कोतवाली क्षेत्र के औरैया मार्ग के स्थित ग्राम मडोरी मोड़ के पास कार ने बाइक सवार भाई बहिन को टक्कर मार दी थी, इस हादसे में सिरसा कलार थाना क्षेत्र के जीतामऊ के रहने वाले फौजी अंशु विश्वकर्मा पुत्र अशोक तथा उसकी बड़ी बहन वंदना पत्नी देवराज निवासी नकसिया कानपुर देहात की मौत हो गई थी। यह हादसा उसे वक्त हुआ था जब फौजी अंशु अपनी बड़ी बहन को ससुराल से लेकर रक्षाबंधन के पहले घर लेकर आ रहा था।
रविवार को जैसे ही फौजी अंशु का शव उसके पैतृक गांव पहुंचा, पूरे गांव में मातम छा गया। सेना के जवान को अंतिम विदाई देने के लिए पूरा गांव उमड़ पड़ा, इस दौरान फौजी को तिरंगे में लपेटा गया, जहां सेना के जवानों जनप्रतिनिधियों अधिकारियों तथा पुलिस जवानों ने राजकीय सम्मान के साथ फौजी अंशु को अंतिम प्रमाण किया साथ ही पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कराया गया, इस दौरान गांव के लोग अंशु विश्वकर्मा अमर रहे के नारे लगाते रहे।
वही श्मशान घाट पर अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों जिसमें कालपी के पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह जादौन और सेना के जवानों ने पुष्प अर्पित कर विदाई दी, जहां उसका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ कराया गया।