आज पूरे देश में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155 वीं और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 120 वीं जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रही है। जालौन में भी दोनों महापुरुषों की जयंती पर अलग अलग कार्यक्रम आयोजित हुए गए। उरई के कलेक्ट्रेट परिसर में जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने तिरंगा झंडा फहराकर, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किए। इस दौरान स्कूल के छात्र-छात्राओं द्वारा रघुपति राघव राजा राम गीत प्रस्तुत किया गया।
राष्ट्रपिता गांधी और पूर्व पीएम शास्त्री की जयंती पर डीएम राजेश कुमार पांडेय ने दोनों महापुरुषों के व्यक्तित्व और कृतित्व पर विस्तृत रूप से बताते हुए कहा कि आज का दिन देश के दो महान विभूतियों के जन्मदिन के तौर पर इतिहास के पन्नों में दर्ज है। डीएम ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन उनकी राजनीतिक सरगर्मियां और त्याग एवं बलिदान के कारण ही आज देश आजाद हुआ, महात्मा गांधी के उत्कृष्ट विचारों ने देश को आजाद फिजा में सांस लेने का अवसर प्रदान किया। यही नहीं बल्कि इसके बाद भी उनके विचारों ने स्वतंत्र भारत को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
जिलाधिकारी ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के विचार त्याग एवं बलिदान को भी सराहा और कहा कि उनकी सादगी और विनम्रता के लोग कायल थे। भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान दिया गया जय जवान-जय किसान का नारा आज के परिप्रेक्ष्य में भी बिल्कुल सटीक और सार्थक है। उनका कहना था कि वह महात्मा गांधी के आदर्शों पर चलने वाले देश के सबसे बड़े स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों में एक थे, जो गांधी के मशहूर कथन बुरा मत कहो, बुरा मत सुनो, बुरा मत देखो पर सख्ती के साथ अमल करते रहे।
जिलाधिकारी राजेश पांडेय ने कहा कि देश को अंग्रेजी साम्राज्य के चंगुल से आजाद कराने के लिए अनेकानेक आंदोलन किए गए और देश को आजादी दिलाई गई। जिलाधिकारी ने कहा कि अगर हम गांधी जी के आदर्शों को अपने जीवन में उतार लें तो निश्चित रूप से हमें किसी भी कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा।
वहीं उरई पुलिस लाइन में पुलिस अधीक्षक डॉक्टर दुर्गेश कुमार ने ध्वजारोहण किया, साथ ही महापुरुषों की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शपथ विद्यालय इस दौरान पुलिस अधीक्षक द्वारा वृक्षारोपण भी किया गया, साथ ही कहा गया कि हमें महापुरुषों के द्वारा बताए गए संदेशों पर चलना चाहिए, हमेशा सत्य के मार्ग पर चलने से ही कामयाबी हासिल होती है, इसीलिए सभी पुलिस जवानों गांधी जी द्वारा दिखाए गए सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए।