जालौन में भू माफियाओं ने एक महिला की जमीन और सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा कर लिया था, साथ ही उसे लगातार जान से मारने की धमकी दे रहे थे। महिला ने प्रशासनिक अधिकारियों से इसकी शिकायत की थी, महिला की शिकायत का संज्ञान लेने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने भू-माफिया के खिलाफ मामला पंजीकृत करते हुए गुरुवार को कार्रवाई की, साथ ही अवैध तरीके से किए गए कब्जे को बुलडोजर के मदद से गिराया और कब्जा मुक्त कराकर महिला को सुपुर्द कराया।

मामला उरई कोतवाली क्षेत्र के तुलसी बिहार कालोनी के गाटा संख्या 80/2 मौजा जियाराम इकलासपुरा का है, यहां पर भू-माफियाओं ने उरई के गोपालगंज की रहने वाली सुनीता बघेल पत्नी सुरेंद्र पाल सिंह की जमीन कर कब्जा कर लिया था और भू-माफिया जमीन को खाली नहीं कर रहे थे और महिला को आए दिन जान से मारने की धमकी दे रहे थे, जिस कार सुनीता ने इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की थी, और बताया थे था कि उसका प्लाट तुलसी बिहार कालोनी गाटा संख्या 80/2 मौजा जियाराम इकलासपुरा में है। जिस पर बाउंड्री बाल बनी हुई थी, भूमाफियाओं ने उसकी बाउंड्री बाल व फाटक को तोड़कर कब्जा करते हुए नई बाउंड्री बाल बनवा ली थी।

महिला ने कई बार अपने प्लाट पर कब्जा करना चाहा, लेकिन भूमाफिया हमेशा उसे धमकाते रहे और कई बार जान से मारने की धमकी भी दी। जिसका संज्ञान लेने के बाद बुधवार को उरई कोतवाली पुलिस ने प्रदीप यादव पुत्र स्व. दिनेश यादव निवासी कृष्णा टाकीज व रईस खान के साथ एक अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर शाम को ही पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर कोतवाली की हवालात में बंद कर दिया था, लेकिन रात के समय भू-माफिया ने जमानत करा ली थी।
इसके बाद गुरुवार को एसडीएम हेमंत पटेल, तहसीलदार शेर बहादुर सिंह, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अजय ब्रह्म तिवारी भारी पुलिस व पीएसी के जवानों को भू माफियाओं द्वारा कब्जे किए गए प्लाट पर बुलडोजर लेकर पहुंचे और महिला की जमीन को कब्जा मुक्त कराया, बुलडोजर से कब्जा की गई बाउंड्री वाल को तोड़ा गया, वही इस कार्रवाई के बाद देर शाम तक भारी फोर्स मौके पर मौजूद रहा, इस दौरान पूरे मामले की वीडियोग्राफी कराई गई, साथ ही महिला को जमीन पर कब्जा दिलाया गया।
इस मामले में उरई के उप जिलाधिकारी हेमंत पटेल ने बताया कि इकलासपुरा की 80/2 गाटा संख्या जो सरकारी बंजर जमीन थी उस पर कब्जा किया गया था, उसको कब्जे को भी मुक्त कराया गया है, साथ ही जिस व्यक्ति की जमीन पर भी अधिक कब्जा किया था, उसको भी बुलडोजर की मदद से कब्जा मुक्त कराया गया।