जालौन में डिजिटिलाइजेशन के विरोध में गुरुवार को शिक्षक शिक्षामित्र और अनुदेशकों ने उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के आवाहन पर एक मंच पर आकार उरई के कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया, साथ ही बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा जारी किए जा रहे नए नए नियमों को समाप्त करने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह को सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से ज्ञापन भेजा।
उरई के कलेक्ट्रेट में गुरुवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने प्रदेशीय कोषाध्यक्ष एवं जिलाध्यक्ष ठाकुरदास यादव के नेतृत्व में दो सैकड़ा शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशक एक ही मंच पर आए और उन्होंने एकत्रित होकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बेसिक शिक्षामंत्री संदीप सिंह को सम्बोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को दिया। इस दौरान शिक्षक नेताओं ने बेसिक शिक्षा परिषद के उच्चाधिकारियों द्वारा स्कूलों में किए जा रहे नए नए प्रयोग का विरोध किया। शिक्षक नेताओं ने कहा कि बेसिक के विद्यालयों में डिजिटलाइजेशन का नया फरमान शिक्षकों पर जबरन थोपा जा रहा है, जबकि स्कूलों में कोई संसाधन उपलब्ध भी नहीं है, न तो अभी तक सिम उपलब्ध कराई गई, जबकि ग्रामीण परिवेश में नेटर्वक जैसी समस्या का निस्तारण भी सरकार द्वारा नहीं किया गया, जबकि कई बार संसाधन उपलब्ध कराने के लिए कहा गया, लेकिन शिक्षकों की किसी भी समस्या पर गौर नहीं किया गया। जबकि पहले ही शिक्षा विभाग को बेसिक के अध्यापक अपनी समस्याओं को बता चुके हैं।
शिक्षक नेताओं ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करते हुए कहा कि सरकार द्वारा कई बार प्रोन्नति के संबध में, शिक्षामित्र और अनुदेशक का मानदेय बढ़ोत्तरी के संबंध में और उनके स्थायीकरण की मांग को लेकर मुद्दा उठा चुके है, मगर सरकार और बेसिक शिक्षा परिषद मौन धारण किए हुए है। इसके अलावा पुरानी पेंशन के बारे में कई बार आंदोलन किया जा चुका और सरकार सिर्फ आश्वासन देकर अपना पल्ला झाड़ देती है, इस समस्या पर ध्यान न देकर आए दिन सरकार अपने नियम लागू करती रहती है, यह सरकार संवेदनहीनता की पराकाष्ठा को पार कर रही है। ऐसे में शिक्षक हित को दरकिनार कर उनको अव्यवहारिक कार्यों की ओर धकेलना गलत मानसिकता को दशार्ता है, इसीलिए ऐसे हिटलरशाही फरमानों का विरोध दर्ज कराया। इसके लिए जिलाध्यक्ष जितेन्द्र दीक्षित के संयोजन में अनुदेशक , शिक्षा मित्र के संगठनों ने उन्हें अपना समर्थन पत्र सौंपकर एकजुटता का परिचय दिया है। शिक्षक नेता आफ़ताब आलम ने बताया शासन की बेसिक स्कूल के डिजिटिलाइजेशन का विरोध दर्ज कराने और न्यासंगत मांगों को लेकर ज्ञापन में बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए।
ज्ञापन देते समय आलोक श्रीवास्तव, धर्मेंद्र चौहान, भानु यादव ,अजय भदौरिया ,सौरभ श्रीवास्तव ,प्रवीण महान,श्रवण निरजंन ,संजीव भदौरिया, तेज बहादुर चौहान ,अश्वनी यादव,सुनील निरजंन, शीलू पाठक, सौरभ श्रीवास्तव, योगेश निरजंन, श्याम जी यादव, कृष्ण कुमार, मो उवेश, नित्यानंद प्रजापति, आकाश द्विवेदी, जागेश यादव, रामलाल निरजंन, आसिफ खान, जितेंद्र यादव, अंजू वाला, आकाश गोयल, अरविंद सिंह, सर्वेश शर्मा, कुलदीप यादव, रामानुग्रह गुर्जर, साकेत सेठ अभिषेक निरंजन, शादाब बेग, टिंकू यादव, ज्ञान सिंह, शिवम पटेल, प्रवीण निरंजन आशुतोष निरंजन, शिवम नीखरा, अनिल गुप्ता, मुकेश निरंजन, आकाश गोयल शिवम गुप्ता, आशुतोष पटेल, देवेंद्र दीक्षित दीपक मिश्रा, विपिन शर्मा उदयवीर रंजन, अभिषेक राज पटेल, नीरज तिवारी, नवनीत गौतम, अक्षय निरंजन, पुष्पेंद्र पुष्प, जितेंद्र कुमार, भरत लाल आदि दो सैकड़ा से अधिक अध्यापक उपस्थित रहे ।