जालौन में 4 दिन पहले कोंच नगर में उरई रोड़ पर संचालित जेपीएस हॉस्पिटल के चिकित्सक और स्टाफ की लापरवाही के कारण एक गर्भवती महिला और उसके पेट में पल रहे बच्चे की मौत हो गई थी। जिस पर परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ पर गंभीर आरोप लगाए थे, साथ ही एसडीएम और पुलिस से इसकी शिकायत की थी।
जिसका संज्ञान लेने के बाद उपजिलाधिकारी कोंच ज्योति सिंह ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोंच के मेडिकल ऑफिसर तथा पुलिस के साथ मिलकर जेपीएस अस्पताल की जांच की। इस दौरान अस्पताल के कर्मचारी डॉक्टर गायब मिले, इतना ही नहीं अस्पताल के दस्तावेज भी गायब थे, जिस पर एसडीएम ने इसकी रिपोर्ट बनाते हुए उच्च अधिकारियों को भेज दी, जिससे इस अस्पताल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।
बता दे कि कोंच कोतवाली क्षेत्र के ग्राम गोरा करनपुर के रहने वाले मंगल सिंह की 30 वर्षीय पत्नी सुमन गर्भवती थी और उसे 23 अगस्त को प्रसव पीड़ा के कारण कोंच नगर के उरई रोड स्थित जेपीएस अस्पताल में भर्ती कराया था। इस दौरान जेपीएस अस्पताल में तैनात डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने नॉर्मल डिलीवरी की बात कहते हुए उसको भर्ती किए रहे, इसी दौरान उसकी हालत बिगड़ गई, जिसके बाद अस्पताल स्टाफ द्वारा तत्काल उसे रेफर कर दिया था, जिस कारण उसकी मौत हो गई थी।
इसके बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए एसडीएम कोंच और पुलिस से शिकायत की थी। जिसका संज्ञान लेने के बाद उप जिलाधिकारी कोंच ज्योति सिंह कोंच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मेडिकल ऑफिसर अनिल कुमार शाक्य के साथ कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक अरुण कुमार राय और राजस्व अधिकारी जांच करने जेपीएस अस्पताल पहुंचे, जहां पर डॉक्टर जितेंद्र सिंह के साथ-साथ पूरा स्टाफ गायब मिला। इस दौरान अस्पताल के दस्तावेज भी गायब मिले। इतना ही नहीं अस्पताल में संचालित हो रहे मेडिकल स्टोर पर कोई भी कर्मचारी नहीं मिला।
उप जिलाधिकारी ज्योति सिंह ने बताया कि उनके साथ मेडिकल, पुलिस एवं राजस्व टीम, घटना के संबंध में जेपीएस हॉस्पिटल की जांच करने पहुंची, लेकिन डॉक्टर के साथ साथ समस्त स्टाफ गायब मिला, मेडिकल स्टोर मे भी कोई व्यक्ति नही मिला , सारे रिकॉर्ड भी गायब मिले, एक महिला लक्ष्मी पटेल रिसेप्शन पर मिली, जिनके द्वारा कोई भी सूचना देने से मना किया गया। जांच के संबंध मे उच्च अधिकारियों को सूचना दी गई है, साथ हॉस्पिटल के खिलाफ अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।