जालौन में बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश और ओलावृष्टि से सैकड़ो गांव के हजारों किसानों की फसल बर्बाद हो गई थी, इसके बाद शासन ने इन प्रभावित इलाकों का सर्वे कराया था और शासन को इसकी रिपोर्ट भेजी थी, जिसके बाद शासन ने क्षतिग्रस्त फसलों का मुआवजा किसानों के खाते में भेजना शुरू कर दिया। जिसका शुभारंभ बुधवार शाम को जालौन तहसील के ग्राम लहचूरा से किया, जहां उरई विधायक गौरी शंकर वर्मा और अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व संजय सिंह ने किसानों को प्रमाणपत्र का वितरण किया।
बता दे कि जालौन के अलग अलग इलाकों में 20 और 27 फरवरी के साथ साथ 1 से 3 मार्च तक बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से जनपद के अलग अलग तहसील क्षेत्र के 323 ग्रामों के 6753 किसानों की 10406.3770 हेक्टेयर क्षेत्र की फसल प्रभावित हो गई थी, जिसके बाद उत्तर प्रदेश शासन ने सभी जिलाधिकारियों को स्पष्ट आदेश दिये थे कि ओलावृष्टि और अतिवृष्टि से प्रभावित समस्त काश्तकारों को मानक के अनुसार राहत सहायता उपलब्ध करायी जाये तथा प्रभावित हुए कोई भी किसान छूटने न पाये। जिसके बाद जिलाधिकारी जालौन द्वारा दिये गये निर्देश के बाद राहत आयुक्त की वेबसाइड पर ओलावृष्टि और वर्षा से प्रभावित किसानों का विवरण फीड़ कराकर 1352 कृषकों को कृषि निवेश के माध्यम से धनराशि उनके बैंक खाते में उपलब्ध कराई।
कृषि निवेश अनुदान वितरण का शुभारम्भ बुधवार शाम से उरई के भाजपा गौरी शंकर वर्मा, एडीएम संजय सिंह और एसडीएम जालौन अतुल कुमार ने तहसील जालौन के ग्राम लहचूरा से किया, जहां उन्होंने किसान सनत कुमार सिंह को 13753 रुपए, किसान भूपेन्द्र सिंह को 8,500 रुपए, किसान आशा को 17,119 रुपए, किसान अभय साहू को 18,445 रुपए, किसान अमृत सिंह 5,780 रुपए धनराशि दिये जाने का प्रमाण पत्र दिया।
इस दौरान उरई विधायक गौरी शंकर वर्मा ने कहा कि सरकार सभी किसानों की मदद कर रही है जिन किसानों की फैसले क्षतिग्रस्त हुई है, उन्हें बीमा कंपनी और दैवीय आपदा राहत कोष से धनराशि खातों में भेजी जा रही है वहीं अपर जिलाधिकारी संजय सिंह ने बताया कि सभी किसानों के खाते में शीघ्र से शीघ्र धनराशि भेज दी जाएगी, किसानों की डाटा फीडिंग का काम लगातार जारी है, अभी तक जिन किसानों का डाटा फीड हो चुका है उनके खाते में धनराशि पहुंच चुकी है।