बुंदेलखंड की समस्याओं का समाधान करने की मांग को लेकर जालौन के उरई से बुंदेलखंड अधिकार मंच के तत्वावधान में सात लोगों का प्रतिनिधि मंडल बुधवार को साइकिल से दिल्ली के लिए रवाना हुआ है, जहां प्रतिनिधि मंडल पक्ष व विपक्ष के सदस्यों से भेंट करके खनिज संपदा के दोहन को रोकने, बुंदेलखंड के पिछड़ेपन को दूर करने, बुंदेलखंड में बंद हो चुके उद्योग को फिर से स्थापित करने और युवाओं का पलायन रुकवाने की और समस्याओं के समाधान करने की मांग करेगा।
बुधवार शाम को बुंदेलखंड अधिकार मंच के तत्वावधान में बुंदेलखंड अधिकार मंच के संस्थापक अमित खंगार के साथ उरई के रहने वाले हिमांशु खंगार, हरिमोहन पांचाल, रमेश सिंह व शंकर सिंह निवासी कर्वी चित्रकूट समेत सात लोगों का प्रतिनिधिमंडल साइकिल से दिल्ली के लिए रवाना हुआ है। जालौन के देवनगर चौराहे से निकलते हुए संस्थापक अमित खंगार ने बताया कि बुंदेलखंड खनिज संपदा से भरपूर क्षेत्र है। इस क्षेत्र की खनिज संपदा का जमकर दोहन किया जा रहा है। लेकिन इस क्षेत्र के विकास के लिए कोई भी दल योगदान नहीं दे रहा है। जालौन के माधौगढ़ में चीनी मिल बंद हो चुकी हैं।
कालपी में कागज उद्योग बंदी की कगार पर है, क्षेत्र में जो भी उद्योग स्थापित था वह बंद पड़ चुका है। उरई में कई फैक्ट्री बंद पड़ी हैं। मजबूरी में क्षेत्र के युवा पलायन करने को मजबूर हैं और औने पौने वेतन पर बुंदेलखंड से दूर शहरों में मेहनत मजदूरी कर रहे है। बुंदेलखंड की इस दुर्दशा को देखकर ही वह अपने साथियों के साथ साइकिल से दिल्ली की यात्रा पर निकले हैं। दिल्ली पहुंचकर वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत अन्य सांसद व मंत्रियों को बुंदेलखंड की इस दुर्दशा के बारे में अवगत कराएंगे और बुंदेलखंड के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए उपाय कराने की मांग करेंगे।