पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर बुंदेलखंड संयुक्त मोर्चा सहित 18 संगठनों द्वारा 26 दिसम्बर से शक्तिपीठ मां रक्त दंतिका मंदिर से शुरू हुई गांव-गांव, पांव-पांव पद यात्रा अंतिम चरण में जा पहुंची है। यात्रा 14 वें दिन कदौरा विकासखंड क्षेत्र में पहुंची, जहां जनता ने इस पद यात्रा का जोरदार स्वागत व समर्थन किया, इस दौरान एक साथ दो दर्जन ग्राम के प्रधानों ने राजा बुंदेला को अपना समर्थन दिया।
बता दे कि पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग लेकर बुंदेलखंड संयुक्त मोर्चा के नेतृत्व में विभिन्न संगठनों द्वारा बुंदेलखंड विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष राजा बुंदेला के नेतृत्व में पदयात्रा निकाली जा रहे है। बुधवार को यात्रा की शुरुआत जोल्हुपुर, सरसेला, सैदपुर, शाहजहांपुर से हुई, जो अलग अलग ग्रामों से निकली और कदौरा नगर पहुंची, जहां प्रवेश द्वार पर भव्य स्वागत किया गया। राजा बुंदेला ने ग्रामीणों को बुंदेलखंड राज्य की मांग का महत्व समझाते हुए कहा कि यह बुंदेलखंड के लोगों के भविष्य की लड़ाई है। हम सभी ग्रामीणों को एक साथ मिलकर बुंदेलखंड की लड़ाई लड़नी है।
उन्होंने कहा कि रोजगार के कम अवसर होने की वजह से लोग पलायन कर रहे है, झांसी स्टेशन पर दिल्ली और मुंबई जाने वाली गाड़ियों को देखो कैसे हम लोग बोरी में अपना जीविका का समान भरकर नौकरी के लिए जाते है, कोई पल्लेदारी करता है, कोई फैक्ट्री में काम करता है तो कोई मजदूरी करता है, यह आर्थिक दृष्टि से भी गलत है कि एक प्रांत की 68% आबादी सिर्फ रोजगार के लिए अपना गृह छोड़कर जा रही है। सरकार कब चेतेगी, जब अलग बुन्देलखण्ड बनेगा, तभी ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर विकसित होंगे। राजा बुंदेला ने ग्रामीण क्षेत्रों में संबोधित करते हुए कहा कि हम जहां भी जा रहे है, वहां लोग मजबूती के साथ कहते है कि बुंदेलखंड अलग राज्य होना चाहिए।
भाषाई आधार पर राज्यों का गठन किया गया था, हमारी बुंदेलखंडी भाषा है, हमारा भी अलग राज्य होना चाहिए। हमारी संस्कृति अलग है और हमारे स्थानीय त्योहारों को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान नहीं मिलना निराशाजनक है, टूटी सड़कों पर तंज कसते हुए बुंदेला ने कहा कि मुख्य मार्ग तो बन गए है पर असली बुन्देलखण्ड गांवों में बसता है और एक गांव से दूसरे गांव को जोड़ने वाली सड़कें बदल स्थिति में जिससे रोजगार के अवसर विकसित करने का मौके ही नहीं बनता, अलग बुंदेलखंड बनेगा तो यह बदहाली दूर होगी।
उन्होंने विभिन्न संगठनों का एक मंच पर आने का स्वागत किया। उन्होंने अन्य संगठनों से भी पदयात्रा से जुड़ने का आह्वान किया। यात्रा में नगर एवं ग्रामीणों ने भारी संख्या में समर्थन दिया और साथ ही साथ ग्राम प्रधानों ने प्रथक बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण हेतु राजा बुंदेला को समर्थन पत्र सौंपा। बुधवार को एक साथ दो दर्जन ग्राम पंचायत के प्रधान जिसमें इकोना, रैला, जमरेही, जकसिया, इटोरा, परोसा, बागी, हरचंदपुर, उदनपुर, कुसमरा,पंडोरा, नाका,खुटमिली, मटरा, बबीना, चतेला, भेड़ी, गर्रेही, बड़ागांव, मदरा लालपुर ने अपना समर्थन दिया। वही साथ ही मिलने वाले जन समर्थन के प्रति आभार व्यक्त किया।
इस अवसर शिक्षक नेता अशोक राठौर, किसान नेता प्रताप बुंदेला, यात्रा संयोजक डा.आश्रय सिंह, बुंदेली सेना के अध्यक्ष शिवम चौहान सोनू, पुष्पेंद्र सिंह, सोनू चौहान हिम्मतपुर, लक्ष्मण गौर, सुधीर सेंगर, आर बी सिंह, महेश विश्वकर्मा, पवन द्वीप निषाद, रामवीर सिंह, राघव सिंह, तेजभान सिंह बुंदेला, विकास लखेरा, गौरव शुक्ला, सत्यम राठौर, संजय रूपापुर, उमाशंकर द्विवेदी आदि मौजूद रहे।