जालौन में नाबालिक पुत्री के साथ दुष्कर्म के मामले में उरई जिला कारागार में बंद कलयुग की पिता की कानपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई। वह बीते 6 में से जिला कारागार में बंद था, मगर हालत बिगड़ने पर उसे कानपुर में इलाज के लिए भर्ती कराया था, जहां उसने दम तोड़ दिया। रेप का आरोपी कुत्ते के काटने से बीमार चल रहा था।
बता दे कि वर्ष 2023 में एट थाने के एक गांव की रहने वाली महिला ने अपने ही पति कालीचरण अहिरवार उर्फ कल्लू पर गंभीर आरोप लगाते हुए एट थाने में तहरीर दी थी कि उसके पत्नी ने अपनी ही नाबालिग पुत्री संग दुष्कर्म किया है। तहरीर मिलते पर पुलिस तत्काल हरकत में आई थी और आरोपी कलयुगी पिता कालीचरण अहिरवार के खिलाफ दुष्कर्म व पोक्सो एक्ट के तहत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया था। इसके बाद थाना पुलिस ने 2 जनवरी 2024 को आरोपी को गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया था।
जब से आरोपी जेल में ही निरुद्ध चल रहा था, पर कुछ दिन पूर्व से कालीचरण के व्यवहार में अचानक परिवर्तन आ गया और वह जानवरों जैसी हरकतें करने लगा था, जिस पर जेल प्रशासन ने इस बारे में विचाराधीन बंदी के परिजनों से संपर्क कर इस बारे में जानकारी की तो परिजनों ने बताया कि जेल जाने से पहले उसको दो बार कुत्ते ने काटा था और वह रेबीज से संक्रमित था, जिसके चलते उसे जेल प्रशासन ने 15 जून की शाम को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज उरई में भर्ती कराया था, मगर हालत नाजुक बताकर मेडिकल कॉलेज से उसे कानपुर के लिए रेफर कर दिया गया था और 16 जून को जेल प्रशासन कालीचरण को कानपुर ले गया था, जहां उसका इलाज चल रहा था, पर सोमवार देर शाम को उसकी मौत हो गई। जहां पुलिस ने उसके शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जेल अधीक्षक नीरज देव ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से विचाराधीन बंदी कालीचरण जानवरों जैसी हरकतें कर रहा था, घरवालों से संपर्क करने पर पता चला कि उसको कुत्ते ने काटा है जिस वजह से वह रेबीज से संक्रमित है। हालत गंभीर होने पर उसे उरई से कानपुर रेफर किया गया था, जहां उसकी मौत हुई है पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की सही वजह का पता चलेगा।