महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर जालौन के ग्राम मडोरा में बने महारानी गार्डन में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें केंद्रीय राज्यमंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा की मौजूदगी में 206 जोड़ों का विवाह धार्मिक रीति-रिवाज से कराया गया, इस दौरान मौजूद केंद्रीय राज्यमंत्री के साथ विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष और अधिकारियों ने नवदम्पत्तियों को अशीर्वाद देते हुए सुखद वैवाहिक जीवन की मंगल कामना की।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह सम्मेलन में नवदम्पत्ति को आशीर्वाद देते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने कहा कि सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से जरुरतमंदों का जीवन स्तर बेहतर बनाने के लिये निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का मुख्य उद्देश्य ऐसे गरीब परिवारों के लड़के-लड़कियों की शादी करवाना है, जो शादी का खर्च स्वंय नही उठा सकते है। उन्होंने बताया कि यह योजना मुख्यमंत्री द्वारा गरीब लडकियों की शादी के लिये सबसे अच्छी पहल है और अब कोई भी गरीब परिवार अपने लड़की की शादी को लेकर खुद पर बोझ नही महसूस कर रहा है। क्योकि इसमें शादी का पूरा खर्चा प्रदेश सरकार उठाती है। उन्होंने कहा कि गरीब एवं जरूरतमंद लोगों के बेटियों की शादियां पूरे सम्मान एवं धार्मिक विधि-विधान के साथ करायी जा रही हैं।
केंद्रीय राज्यमंत्री भानु प्रताप ने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की सभी जन कल्याणकारी योजनायें निष्पक्ष भाव से सभी धर्म, जाति एवं वर्ग के लोगों के लिये समान रूप से लागू हैं, जिसका लाभ विभिन्न विभागों के माध्यम से निरंतर पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से जरुरतमंदों का जीवन स्तर बेहतर बनाने के लिये निरंतर प्रयासरत है। इस दौरान विधायक और जिला पंचायत अध्यक्ष व अन्य अधिकारियों ने सामूहिक विवाह कार्यक्रम में मौजूद सभी वर पक्ष, वधू पक्ष, नवयुगलो को उनके सफल वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद दिया।
बता दे कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में उपहार स्वरूप लड़की के खाते में 35 हजार धनराशि सहित पायल, विछिया, वर्तन सेट, वर वधू को कपड़ा, अटैची दी जाती है। इसमें प्रति जोड़ो पर प्रदेश सरकार द्वारा 51 हजार रूपये खर्च करने की व्यवस्था की जाती है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ० घनश्याम अनुरागी, उरई विधायक गौरी शंकर वर्मा, विधायक माधौगढ़ मूलचंद्र निरंजन, विधायक कालपी विनोद चतुर्वेदी, जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय, मुख्य विकास अधिकारी भीमजी उपाध्याय के साथ परियोजना निदेशक शिवकांत द्विवेदी, जिला विकास अधिकारी सुभाष चन्द्र त्रिपाठी, समाज कल्याण अधिकारी प्रवीण कुमार आदि सहित जनप्रतिनिधि एवं जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।