यूपी की योगी सरकार निर्माण कार्यों में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाए हुए हैं, मगर सड़क निर्माण कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है, भ्रष्टाचार के कारण नई सड़क 2 माह भी नहीं टिक पाई हैं, ऐसा ही नजारा जालौन से छौलापुर जाने नई सड़क निर्माण में देखने को मिला। इस सड़क को पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा 90 लाख रुपए की लागत से बनाई गई, लगभग 2 किलोमीटर की सड़क दो माह भी नहीं चली और बारिश में यह सड़क उखड़ने लगी।
सड़क को हाथ से उखड़ने का वीडियो ग्रामीणों ने बनाते हुए सोशल मीडिया में वायरल किया, साथ ही इसकी शिकायत जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय से की, जिसका संज्ञान लेते हुए डीएम ने इस सड़क निर्माण की जांच के लिए आदेश दिए है, साथ ही सड़क को सही करने के लिए पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से कहा है, वहीं उन्होंने बताया कि दोषी पाए जाने पर अधिकारी और ठेकेदार पर कार्रवाई होगी।
मामला जालौन नगर के देवनगर चौराहा से छौलापुर जाने वाली 2 किलो मीटर की सड़क मार्ग का है। यहां पीडब्ल्यूडी द्वारा लगभग 2 किलोमीटर की सड़क का निर्माण 90 लाख रुपए की कीमत से 2 माह पहले कराया गया, जिसका निर्माण ठेकेदार सत्यम मिश्रा द्वारा कराया गया, मगर इस सड़क निर्माण में मानकों की अनदेखी की गई।
इस सड़क पर सही तरीके से न ही डस्ट गिट्टी, मिट्टी डाली गई और न ही इस पर सही तरीके से रोलिंग करते हुए डामरीकरण किया गया, जिस कारण यह सड़क दो माह भी नहीं चल सकी और बारिश होते ही सड़क उखड़ने लगी। इस सड़क के उखड़ने का वीडियो ग्रामीणों ने बनाते हुए सोशल मीडिया में वायरल किया है, जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि ग्रामीण केवल उंगलियों की मदद से ही सड़क को उखाड़ रहे हैं।

डीएम ने CDO-ADM को दी जांच, कहा दोषी पर होगी कार्रवाई
इस सड़क के उखड़ने का वीडियो ग्रामीणों ने बनाते हुए जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय को दिया था, जिसका संज्ञान लेते हुए जालौन के जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय ने तत्काल सीडीओ राजेंद्र श्रीवास और एडीएम राजस्व एवं वित्त संजय कुमार सिंह को जांच करने के आदेश दिए, जो स्थलीय निरीक्षण कर जांच करेंगे, वही जिलाधिकारी ने voiceofhind.com को बताया कि तत्काल पीडब्ल्यूडी को सड़क ठीक करने का आदेश भी दिया है, शिकायत सही पाए जाने पर होगी दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।