यूपी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाए हुए हैं, इसी के तहत जालौन में जिलाधिकारी द्वारा भ्रष्टाचार के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। कोंच विकासखंड के ग्राम बिरासनी और माधौगढ़ विकासखंड के रुद्रपुरा ग्राम में पूर्व प्रधान और तत्कालीन सचिव ने बिना काम कराये ही लाखों रुपए का गबन कर लिया, जिस पर ग्रामीणों द्वारा की गई शिकायत का संज्ञान लेने के बाद जिलाधिकारी ने इस मामले की जांच कराई, जिसमें दोषी पाए जाने पर जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय ने बिरासनी गांव की पूर्व प्रधान और दो सचिव के खिलाफ गबन किए गए रूपयों की रिकवरी तथा रुद्रपुरा गांव के प्रधान व सचिव को कारण बताओ नोटिस भेजकर 20 दिन में जवाब देने के लिए कहा है, साथ ही बिरासनी की पूर्व प्रधान के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और दो सचिवों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।
बता दे कि कोंच विकासखंड के बिरासनी गांव के रहने वाले जितेंद्र कुमार पटेरिया पुत्र जगत नारायण पटेरिया ने 10 जून 2022 को जिलाधिकारी से एक शिकायत की थी कि ग्राम पंचायत बिरासनी की पूर्व प्रधान मीना देवी तथा तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी मनीराम शाक्यवार वर्तमान संयुक्त खंड विकास अधिकारी जनपद फर्रुखाबाद और तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी राजेश कुमार तिवारी वर्तमान संयुक्त खंड विकास अधिकारी जनपद बांदा ने बिना काम कराए फर्जी तरीके से लाखों रुपए का गवन कर लिया है।

जिन्होंने 2017-18 में कूप मरम्मत का कार्य नहीं कराया और मनरेगा से इसका भुगतान 1 लाख 32 हजार रुपये फर्जी तरीके से कर दिया है, साथ ही 2017-18 में अवध बिहारी के घर से तालाब तक नाली मरम्मत का कार्य होना था, जिसे नहीं कराया गया और 45 हजार 395 रुपये का फर्जी तरीके से भुगतान कर दिया गया। इसके अलावा 2016-17 में गांव के दीवान के मकान से सरपंच के मकान तक सीसी रोड का कार्य अभिलेखों में दर्ज है, जिस पर 8372 रुपए मजदूरी एवं 42 हजार 796 सामग्री पर व्यय किया गया, किंतु मौके पर यह काम नहीं हुआ, यह सभी रुपये का पूर्व प्रधान मीना देवी ने तत्कालीन सचिवों के साथ गवन किया।

जिस पर जिलाधिकारी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी तथा अधिशासी अभियंता बेतवा नहर खंड द्वितीय एवं खंड विकास अधिकारी कोंच से इस मामले की जांच कराई, और तीनों लोगों को कारण बताओं नोटिस जारी कर मामले में जवाब देने को कहा जिस पर सभी ने गोलमोल जवाब और बलपूर्वक दिया। जांच के दौरान पाया गया कि बिरासनी गांव की प्रधान रही मीना देवी ने तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी मनीराम सॉफ्टवेयर और तत्कालीन ग्राम पंचायत अधिकारी राजेश कुमार तिवारी के साथ मिलकर शासकीय धनराशि 2 लाख 28 हजार 563 रुपये का दुरुपयोग किया, इसके बाद जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय ने पूर्व प्रधान बिरासनी मीना देवी तत्कालीन सचिव मनीराम शाक्यवार और राजेश कुमार तिवारी पर 2 लाख 28 हजार 563 की रिकवरी के आदेश दिए।
इसके अलावा माधौगढ़ विकासखंड के रुद्रपुरा गांव की प्रधान रही राम बेटी तथा सचिव के खिलाफ गांव के ही देवदत्त सिंह पुत्र शोभा सिंह ने शिकायत की थी कि प्राइमरी स्कूल के सामने इंटरलॉकिंग का कार्य किया गया है, वह मानक के अनुसार नहीं है, उक्त कार्य में बेस जमुना सेंड बिछाने का कार्य नहीं हो पाया एवं कार्य स्थल पर जीएसबी आदि डालकर कार्य कर दिया गया और सेंड के नाम का रुपए गबन कर लिया गया।
जिस पर मामले की जांच जिला कृषि अधिकारी, अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग एवं खंड विकास अधिकारी माधौगढ़ द्वारा कराई गई, जिन्होंने अपनी जांच रिपोर्ट 24 जुलाई 2023 को प्रेषित की, इसके बाद पूर्व ग्राम प्रधान रूद्रपुरा और सचिव को कारण बताओं नोटिस जारी किया है, साथ ही 20 दिन में साक्ष्य सहित आरोपो के संबंध में जवाब देने को कहा है, यदि जवाब असंतोष जनक पाया जाता है, तो इस स्थिति में उनके खिलाफ 32 हजार 30.27 रुपये की वसूली की जाएगी।
जालौन के जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय ने अवगत कराते हुए बताया कि इस मामले में पूर्व प्रधान विरासनी मीना देवी के खिलाफ गवन के मामले में एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए है, साथ ही तत्कालीन सचिव मनीराम शाक्यवार और राजेश कुमार तिवारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के आदेश दिए है।