जालौन के कालपी क्षेत्र में सोमवार रात पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम की अंतर्जनपदीय सरिया चोर गिरोह के सदस्यों से मुठभेड़ हो गई, इस मुठभेड़ में एक चोर के पैर में गोली लगी। जबकि गिरोह के तीन अन्य सदस्यों ने आत्मसमर्पण कर दिया। यह मुठभेड़ कालपी कोतवाली क्षेत्र के जोल्हूपुर के पास हुई।
पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने बताया कि जून और जुलाई में कालपी में एक निर्माणाधीन पेट्रोल पंप और मकान से लगभग 20 क्विंटल सरिया चोरी हुआ था। चोर सोते हुए चौकीदारों को मारने के बाद सरिया चोरी की वारदात को अंजाम देते थे।

घटना की गंभीरता को देखते हुए एसओजी और कालपी पुलिस की संयुक्त टीम गठित की गई। टीम ने सीसीटीवी फुटेज, इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और ग्राउंड इंटेलिजेंस से जांच शुरू की। जांच में पता चला कि गिरोह का नेटवर्क अचलगंज, उन्नाव से जुड़ा है।
सोमवार की रात एसओजी, सर्विलांस और कालपी पुलिस को सूचना मिली कि चोर गिरोह चोरी किए गए सरिया को ट्रक से ले जा रहा है। इस सूचना पर पुलिस ने जोल्हूपुर के पास ट्रक की घेराबंदी की। खुद को घिरा देख चोरों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में अचलगंज उन्नाव निवासी कल्लू के पैर में गोली लग गई।

गोली लगने के डर से अन्य तीन बदमाशों ने आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने घायल चोर कल्लू को अस्पताल में भर्ती कराया। आत्मसमर्पण करने वाले आरोपियों के नाम संतोष, ओमप्रकाश और सुनील हैं। सुनील ट्रक मालिक और चालक भी है। पुलिस ने मौके से दो तमंचे, दो चाकू और लगभग 15 क्विंटल चोरी का सरिया बरामद किया है। सरिया से भरा पूरा ट्रक भी जब्त किया गया है।
एसपी ने बताया कि पकड़े गए सभी चोर कुशीनगर, गोरखपुर, झांसी और हमीरपुर समेत कई जिलों में सक्रिय थे। इन पर पहले से ही दो दर्जन से अधिक चोरी के मुकदमे दर्ज हैं और कई बार गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई भी हो चुकी है। इस सराहनीय कार्य के लिए एसपी डॉ. दुर्गेश कुमार ने पुलिस टीम को ₹25,000 का पुरस्कार देने की घोषणा की है।