जालौन के रामपुरा थाना क्षेत्र में गुरुवार को दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। जहां घर के बाहर खड़े एक ग्रामीण को स्कूली बच्चों को लेकर जा रही वैन ने टक्कर मार दी। जिससे उसकी मौत हो गई और वैन में बैठे बच्चे बाल बाल बच गये। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। वही हादसे के बाद चालक वैन छोड़कर मौके से भाग गया। घटना के विरोध में ग्रामीणों ने जाम लगाकर प्रदर्शन किया, जाम की सूचना मिलते की स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और जाम लगाए ग्रामीणों को समझाया और चालक के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिया, तब कहीं जाकर ग्रामीणों ने जाम खोला और पुलिस ने ग्रामीण के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
घटना रामपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम टीहर की है। बताया गया कि सुबह के समय प्रतिदिन एक वैन UP 92 U 9939 स्कूली बच्चों को लेकर मकटोरा इलाके में बने स्कूल लेकर जा रही थी, जैसे ही वैन ग्राम टीहर की पुलिया के पास से निकली, तभी वैन की चलाने वाला चालक रविन्द्र अपना नियंत्रण खो बैठा और वैन अनियंत्रित हो गई, जिससे वैन ने घर के बाहर खड़े कमलेश प्रजापति (50) पुत्र पुनू को टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना से वैन में बैठ स्कूली बच्चे दहशत में आ गये और उनकी चीख निकल पड़ी। घटना के बाद चालक मौके से भाग गया। इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया।
शोर शराबा सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे, जिन्होंने वैन में बैठे स्कूल जा रहे बच्चों को सुरक्षित बहार निकाला और बच्चों को अस्पताल पहुंचाया, साथ ही घटना के विरोध में ग्रामीणों ने जाम लगा दिया। वही जाम की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों द्वारा किए जा रहे हंगामे को शांत कराने का प्रयास किया, मगर ग्रामीण कार्रवाई की मांग करते रहे। वही इस हादसे के बाद घटनास्थल पर पहुंचे माधौगढ़ सर्किल के क्षेत्राधिकारी शैलेंद्र कुमार बाजपेई ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि चालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी, कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद ग्रामीणों ने जाम खोला और मृतक ग्रामीण के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
ग्रामीणों का कहना है कि चालक रविन्द्र प्रतिदिन यही से तेज रफ्तार से वैन लेकर निकलता था और नशे का आदि भी था। साथ ही ग्रामीणों ने बताया है कि मृतक कमलेश प्रजापति मिट्टी के बर्तन बनाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता था।
इस मामले में सीओ माधौगढ़ शैलेंद्र कुमार बाजपेई ने बताया कि चालक के कानूनी कार्रवाई के साथ, शासन से जो भी आर्थिक मदद होगी उसे दिलाने का आश्वासन परिजनों को दिया।