जालौन में खस्ता हाल सड़क को लेकर एक दर्जन से अधिक गांवों के सैकड़ों ग्रामीणों का सोमवार को आक्रोश फूट गया और उन्होंने कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च निकाला था वहां जमकर प्रदर्शन किया, इतना ही नहीं उरई सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से शासन को ज्ञापन भेजते हुए जल्द से जल्द सड़क निर्माण कराए जाने की मांग की है और जिस ठेकेदार तथा जेई द्वारा बनवाई खस्ता हाल सड़क की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की।
उरई व तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले उरई से इटौरा मार्ग स्थित एक दर्जन से अधिक गांव के सैकड़ों ग्रामीण संधि गांव के प्रधान के प्रतिनिधि संजय पटेल के नेतृत्व में पैदल मार्च करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां उन्होंने खस्ता हाल सड़क को लेकर प्रदर्शन किया ग्रामीणों का कहना है कि आटा से इटौरा के बीच आने वाले मनोरा, पांडेपुर, संदी, अकोढी, लैकूपुर, जौराखेड़ा, बरदर सहित 17 गांव के ग्रामीणों का आरोप है कि इटोरा तक 22 किलोमीटर का मार्ग पूरी तरीके से उखड़ा पड़ा है, जिस कारण एंबुलेंस भी वहां पर नहीं पहुंच पा रही है और सड़कों की हालत बुरी है कि बड़े बड़े गड्ढे हो गए है, इसलिए जिलाधिकारी को ज्ञापन देने सभी ग्रामीण आए हुए हैं।
ग्रामीणों का कहना है आज 17 गांव के सैकड़ों ग्रामीण हैं और सभी लोगों की मांग है कि पहले तो इसकी गड्ढों की भराई का कार्य 15 दिन के अंदर कराया जाए, यदि 15 दिन के अंदर गड्ढा मुक्ति का कार्य नहीं कराया गया तो इसके लिए धरना देने के लिए बाध्य होना पड़ेगा, इसके लिए कुछ भी करना पड़े चाहे प्रशासन उन पर लाठी क्यों न चलाए, वह धरना देंगे, साथ ही करमेर रोड स्थित अंडर ब्रिज पर पानी भरा रहता है, जिस कारण कोई भी वाहन नहीं निकाल पाते हैं, लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है, बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं, इसीलिए उसको भी सही कराया जाए, जिससे पानी निकासी की व्यवस्था सही हो सके और लोगों को समस्या का सामना न करना पड़े। इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर जल्द से जल्द खस्ता हाल सड़क को सही करने की मांग की है।