सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमीलेयर लागू करने के फैसले के विरोध में दलित संगठन और बहुजन समाज पार्टी ने 14 घंटे का भारत बंद का आह्वान किया, जिसको लेकर जालौन में अलग अलग जगह आरक्षण बचाओ समिति के साथ बसपा कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है। इस दौरान बसपा कार्यकर्ताओं की उरई के क्षेत्राधिकारी तथा पुलिस से तीखी नौंक झौंक भी देखने को मिली, इस दौरान बसपाइयों ने पुलिस के साथ धक्का मुक्की भी की, जिसको देखते हुए पुलिस को कड़ा रुख अपनाना पड़ा और प्रदर्शन करने वाले लोगों को वहां से हटाया, बाद में प्रदर्शनकारियों ने सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा।
बता दें कि 1 अगस्त को माननीय सुप्रीम कोर्ट की 7 सदस्यीय पीठ द्वारा एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमीलेयर लागू करने का फैसला दिया था, जिसके विरोध में 21 अगस्त को दलित संगठन के साथ बसपा ने 14 घंटे के भारत बंद का ऐलान किया था, इसका समर्थन सपा और कांग्रेस द्वारा भी किया जा रहा है, बुधवार को जालौन जनपद के अलग-अलग इलाकों में आरक्षण बचाओ समिति, बसपा भीम आर्मी और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर भारत बंद का समर्थन करते प्रदर्शन किया।
बसपाइयों ने जालौन, कोंच, कालपी, उरई शहर के अलग-अलग इलाकों में प्रदर्शन करते हुए जमकर हंगामा किया, बसपा कार्यकर्ता ने सड़क पर बैठकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की, जिसको देखते हुए सुरक्षा की पुख्ता इंतजाम किए गए थे, मगर बसपा कार्यकर्ता लगातार बाजार बंद करने की कोशिश में लग रहे, जिसको देखते हुए पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, इस दौरान बसपा कार्यकर्ताओं ने उरई के क्षेत्राधिकारी उमेश कुमार पांडेय और पुलिस फोर्स के साथ अभद्रता करते हुए धक्का मुक्की की, जिसके बाद बसपाइयों और पुलिस के बीच तीखी नौंक झौंक देखने को मिली, इस दौरान पुलिस को भी अपना बल प्रयोग करना पड़ा, जिसको देखते हुए बसपाई शांत हुए।
बाद में बसपा कार्यकर्ताओं ने एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमीलेयर लागू करने के फैसले के विरोध में सिटी मजिस्ट्रेट अजीत कुमार जायसवाल और क्षेत्राधिकारी उमेश कुमार पांडेय के माध्यम से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ज्ञापन भेजा है, जिससे क्रीमीलेयर को समाप्त कराया जा सके।