यूपी सरकार बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की बात करती है, मगर हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है, लगातार प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं लाचार होती जा रही हैं. अस्पतालों में मरीजों को स्ट्रेचर नहीं मिलता, तो कही एक बेड पर दो-दो मरीजों को लिटाकर इलाज किया जाता है, तो कही एंबुलेंस न मिलने कर तीमारदार मरीज को पीठ पर लादकर, तो कहीं ठेके पर लेटाकर अस्पताल ले जाने का वीडियो सामने आता है, मगर इस बार मरीजों के लिए एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस की हालत बिगड़ती देखी जा सकती है।
ऐसा ही नजारा जालौन के उरई में देखने को मिला, जहां मरीज को लेने जा रही एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस की हालत खराब हो गई और एंबुलेंस बीच रास्ते में खड़ी हो गई, स्टार्ट न होने पर एंबुलेंस में तैनात कर्मचारी नीचे उतर आए और उन्होंने धक्का लगाकर स्टार्ट करने की कोशिश की, मगर वह स्टार्ट नहीं हो सकी, जिसका वीडियो स्थानीय लोगों ने बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया।
एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस का वायरल वीडियो उरई कोतवाली क्षेत्र के बीएसए कार्यालय के पास का है। बताया गया कि एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम एम्बुलेंस UP 32 BG 8122 रविवार को सूचना मिलने पर एक मरीज को लेने के लिए जा रही थी, जैसे ही वह जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के पास पहुंची, तभी एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस अचानक बंद हो गई, जिसके बंद होने पर उसके चालक ने उसने सेल्फ लगाकर स्टार्ट करने की कोशिश की, मगर एंबुलेंस स्टार्ट नहीं हो सकी, जिसके बाद एंबुलेंस में बैठे कर्मचारी उतरकर नीचे आए और स्वास्थ्य कर्मचारियों ने उसको आगे जाकर धक्का देकर एम्बुलेंस को स्टार्ट करने की कोशिश की, मगर एम्बुलेंस स्टार्ट नही हो सकी, धक हारकर स्वास्थ्य कर्मचारियों ने एम्बुलेंस में पीछे से धक्का लगाकर उसको स्टार्ट करने की भरसक कोशिश की, मगर एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम वाली एंबुलेंस स्टार्ट नहीं हो सकी, एम्बुलेंस के स्टार्ट न होने पर वहां मौजूद लोगों ने धक्का देकर कई बार स्टार्ट करने की कोशिश की मगर स्टार्ट न होने पर स्थानीय लोगों ने इस धक्का परेड एंबुलेंस का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया।
इस धक्का मार एंबुलेंस के वीडियो ने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक के उन दावों की पोल खोल दी है, जो लगातार सूबे में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के बेहतर होने की बात जगह जगह कहते है कि जब से प्रदेश में योगी सरकार आई है, स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हुई हैं।
वही इस मामले में सीएमओ डॉक्टर नरेंद्र देव शर्मा से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच करा रहे है, कि एंबुलेंस में क्या कमी आई और किन परिस्थितियों में उसको धक्का देना पड़ा।
वही गनीमत तो यह रही कि इस एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम वाली एंबुलेंस में कोई मरीज नहीं था, यदि कोई गंभीर मरीज होता तो निश्चित ही उसे मरीज के साथ कोई घटना भी घट सकती थी।