देश में लोकसभा चुनाव का बिगुल बजाने के बाद बसपा भी पूरी तरह से चुनावी मैदान में कूद पड़ी है। भाजपा और सपा-कांग्रेस गठबंधन के द्वारा प्रत्याशियों की घोषणा होने के बाद मंगलवार को बसपा न भी जालौन-गरौठा-भोगनीपुर सुरक्षित लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया।
कार्यकर्ता सम्मेलन में बुंदेलखंड जोनल कोर्डिनेटर ने की घोषणा
मंगलवार को उरई के झांसी चुंगी स्थित रघुवीर धाम में आयोजित जिला स्तरीय बसपा कार्यकर्ता सम्मेलन में बसपा उम्मीदवार की घोषणा बुंदेलखंड जोनल कोऑर्डिनेटर लालाराम अहिरवार ने की। उन्होंने बसपा द्वारा आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में इसकी घोषणा करते हुए कहा कि बसपा सुप्रीमो बहिन मायावती के निर्देश के बाद जालौन-गरौठा-भोगनीपुर सुरक्षित लोकसभा सीट से इंजीनियर सुरेश चंद्र गौतम को प्रत्याशी बनाया जा रहा है।
बुंदेलखंड के जोनल कोऑर्डिनेटर लालाराम अहिरवार ने जैसे ही बसपा प्रत्याशी के नाम की घोषणा की गई, सभी कार्यकर्ताओं ने खुशी में नारेबाजी की, साथ ही प्रत्याशी इंजीनियर सुरेश चंद्र गौतम का माल्यार्पण कर स्वागत किया, इस दौरान सभी कार्यकर्ताओं ने एक राय में कहा कि बसपा प्रत्याशी को जिताने के लिए जी जान लगा देंगे।
कार्यकर्ता सम्मेलन में बुंदेलखंड जोनल कोऑर्डिनेटर लालाराम अहिरवार ने कहा कि उन्होंने कहा कि इस बार बसपा ने अपना सबसे मजबूत उम्मीदवार बनाया है। बसपा बुंदेलखंड में सर्वाधिक मजबूत पार्टी है और जालौन के साथ-साथ बुंदेलखंड की चारों लोकसभा सीट और उत्तर प्रदेश की सीटों पर जीत हासिल करेगी।
बसपा जीतेगी बड़े अंतर से:- बसपा प्रत्याशी
वहीं प्रत्याशी घोषित होने के बाद बहुजन समाज पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी इंजीनियर सुरेश चंद्र गौतम ने कहा कि बसपा सुप्रीमो बहन मायावती ने जो जिम्मेदारी उन्हें दी है, उसका बखूबी से पालन किया जाएगा, साथ ही पूरी मेहनत के साथ लोकसभा चुनाव लडेंगे और भारी मतों से जीत हासिल करेंगे।
विद्युत विभाग में हुई थी नियुक्ति, कांशीराम से प्रभावित होकर जुट गए थे मिशन में
बसपा प्रत्याशी इंजीनियर सुरेश चंद्र गौतम की बात करें तो वह जालौन जनपद के कुठौंद विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम निजामपुर के रहने वाले हैं। सन 1983 में पहली बार बसपा संस्थापक मान्यवर कांशीराम से झांसी में भेंट हुई, जिसके बाद से बसपा के मिशन में जुड़ गए। बाद में 1988 में पहली बार उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन/तत्कालीन राज्य विद्युत परिषद में अनपरा तापीय परियोजना में इंजीनियर पद पर तैनात किए गए। 1989 में बामसेफ में संयोजक के रूप में काम करना शुरू किया एवं उस मिशन से अब तक जुड़े हैं। इसके अलावा 1990 में अनपरा तापीय परियोजना में डॉक्टर अंबेडकर पार्क एवं बुद्धा पार्क का निर्माण कराया, साथ ही उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद पिछड़ा वर्ग अल्पसंख्यक अनुसूचित जाति कर्मचारियों की संगठन का गठन किया और 1993 में उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद शाखा सोनभद्र के इंजीनियर शाखा के अध्यक्ष चुने गए। इसके अलावा राज्य विद्युत परिषद अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण समिति के अध्यक्ष बनाए गए, मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू होने पर प्रदेश में हुए आंदोलन का नेतृत्व किया, जिसमें पिछड़े वर्ग को 27% नौकरियों में आरक्षण प्राप्त हुआ। 1995 में उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद में मैनेजमेंट काउंसलिंग के सदस्य रहे। 4 जनवरी 2012 में समाजवादी पार्टी की सरकार ने पदोन्नति में आरक्षण खत्म किया और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। वर्ष 2022 में अधिशाषी अभियंता से सेवानिवृत होने के बाद बसपा में शामिल हो गए और बसपा सुप्रीमों बहन मायावती ने उन्हें झांसी मंडल प्रभारी और बुंदेलखंड झांसी चित्रकूट मंडल के प्रभारी बनाया गया।