ललितपुर के माता टीला बांध से बेतवा नदी में पानी छोड़े जाने के बाद बेतवा नदी का जलस्तर जालौन में तेजी से बढ़ने लगा है। सोमवार को बेतवा नदी का पानी खतरे के निशान से महज 5 मीटर नीचे बह रहा है, जिससे उरई तहसील क्षेत्र के प्रशासनिक अधिकारी अलर्ट हो गए हैं, उन्होंने बाढ़ चौकियां अलर्ट कर दिया, जिससे निचले इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों को बाढ़ की स्थिति में सकुशल निकाला जा सके, वही यमुना नदी के जलस्तर में धीरे धीरे बढ़ोत्तरी हो रही है।
बता दे कि सोमवार को ललितपुर के माताटीला बांध से 2 लाख क्यूसेक से अधिक पानी बेतवा नदी में छोड़ा गया है, पानी छोड़े जाने के बाद बेतवा नदी का जलस्तर लगातार तेजी से बढ़ गया है। जालौन के मुहाना पर बेतवा नदी का खतरे का निशान 122.55 पर अंकित है, सोमवार को शाम 5 बजे तक इसका जलस्तर 117.100 मीटर पर पहुंच गया है, जो कि महज खतरे निशान से 4 मीटर कम है, इससे निचले इलाकों में पिछले साल की तरह इस बार भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
निचले इलाके में बसे गांवों के लोगो सहमे हुए हैं, जलस्तर में अधिक बढ़ोतरी से ग्रामीण अंचल के लोग दहशत में है, वही जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय और अपर जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने बाढ़ क्षेत्रों की मानीटिरिंग कराई है। बाढ़ प्रबंधन व्यवस्था से संबंधित अधिकारियों को अलर्ट किया है।
वही राजस्थान में लगातार हो रही बारिश के कारण भी यमुना नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है यमुना का जलस्तर शाम 5 बजे तक लगभग 99.49 मीटर के आसपास पहुंच गया है जो खतरे के निशान से 8 मीटर नीचे है, जहां भी प्रशासन ने सभी को अलर्ट किया है।
बेतवा में जलस्तर बढ़ने से मुहाना, मकरेछा, कोटरा, सिकरी व्यास, कोटरा जैसारी, कमठा, कहटा, बंधौली, गुढ़ा, सिमिरिया सहित निचले इलाकों के गांवों में लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दे दिए गए हैं, वही अधिकारियों ने निर्देश दिए कि बेतवा नदी के किनारे ग्रामीण न जाए और अपने मवेशियों को खुटे से बांधकर रखें।
इस संबंध में जालौन के एडीएम संजय कुमार सिंह ने बताया कि बेतवा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिसकी पल-पल की सूचना ली जा रही है, अभी खतरे निशान से 5 मीटर नीचे बेतवा नदी बह रही है।