बुंदेलखंड के जालौन में बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश के बाद माताटीला और राजघाट से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना तथा पहुज नदी के जलस्तर में तेजी आई है, कालपी में यमुना खतरे के निशान 108 मीटर से 64 सेंटी मीटर ऊपर 108.64 मीटर पर बह रही है, जिससे जनपद के 11 गांव प्रभावित हुए है। वही कालपी के यमुना किनारे बसे दर्जनों गांव का तहसील मुख्यालय कालपी से संपर्क टूट गया है। जिसको देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और नाव के साथ-साथ एसडीआरएफ को लगा दिया है, जिससे लोगों को सकुशल राहत शिविर में पहुंचा जा सके। वही यमुना में बढ़ते जल स्तर को देखने के लिए आसपास के लोगों की भीड़ पहुंच रही है।
बता दे कि यमुना और पहूज नदी में आई बाढ़ के कारण पहूज नदी के कारण कोंच तहसील का सलैया बुजुर्ग और मऊ गांव, माधौगढ़ तहसील के गांव कूसेपुरा, डिकौली जागीर, किशनपुरा, महाराजपुरा, कर्रा, जैगहा , निनावली जागीर तथा यमुना के जलस्तर बढ़ने से तहसील कालपी के पड़री, रायड दिवारा गांव प्रभावित है।
जल स्तर तेजी से बढ़ाने के कारण लगभग 7350 जनसंख्या प्रभावित हुई है, जिन 11 गांव में बाढ़ आई है, इसके बाद प्रशासन ने इन गांवों में राहत केंद्र बनाए है, साथ ही कम्युनिटी किचिन बना दी है, जिससे सभी लोगों को एक साथ खाना उपलब्ध कराया जा सके, वही स्वास्थ्य सुविधा के साथ पीने का पानी भी उपलब्ध कराया गया है। इसके अलावा ग्रामीणों के पशुओं के लिए भूसे, टीकाकरण दवा की व्यवस्था भी करा दी गई है।
वही इस मामले में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व संजय कुमार सिंह ने बताया कि एसडीआरएफ की टीम 4 मोटर वोट एसडीके साथ मौजूद है तथा बाढ़ प्रभावित गांव में 45 अतिरिक्त छोटी नाव लगाई गई हैं। जनपद में छोटी नाव उपलब्ध होने के कारण फैजाबाद से 20 मोटरबोट भी मंगा ली गई है। बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों को अब तक 9500 पका हुआ भोजन पैकेट वितरण किया जा रहा है। अब तक 173 बाढ़ राहत सामग्री किट वितरित की जा चुकी है। पैकेट वितरण माधौगढ़ विधायक मूलचंद्र निरंजन के सहयोग से किया जा रहा है।
तहसील कोंच, माधौगढ़ तथा कालपी के उपजिलाधिकारी तथा पूरी राजस्व टीम बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में कैम्प कर रही है। पंचायत राज विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पशुपालन विभाग पुलिस विभाग के अधिकारी भी बाढ़ क्षेत्र में मौजूद है।
जिलाधिकारी जालौन तथा पुलिस अधीक्षक द्वारा लगातार बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का भ्रमण कर बाढ़ से प्रभावित व्यक्तियों से वार्ता कर संबंधित अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश दिए जा रहे है।अभी तक कोई जनहानि अथवा पशु हानि नहीं हुई है।क्षतिग्रस्त मकानों तथा फसल का सर्वे कराया जा रहा है जिससे त्वरित राहत पहुंचाई जा सके।
वही जनपद में बाढ़ कंट्रोल रूम बनाया गया है, जिसके नंबर भी जारी किए गए है, प्रशासन ने कंट्रोल रूप का 05162-257090 और व्हाट्सअप 7307564677 नंबर जारी किया है, जिलाधिकारी कार्यालय में चौबीस घंटे कर्मचारी मौजूद रहेंगे, जल स्तर और बढ़ने की संभावना के कारण जिला प्रशासन की टीम सतर्क दृष्टि बनाए हुए है।