जालौन में मंगलवार को विभिन्न मांगों को लेकर आंगनबाड़ी अधिकार संयुक्त मोर्चा उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में जनपद के अलग-अलग आंगनवाड़ी केंद्रों की कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं ने उरई के कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन किया, साथ ही धरना देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अतिरिक्त मजिस्ट्रेट के माध्यम से ज्ञापन भेजा, साथ ही जल्द से जल्द मांगों को पूरा करने की मांग की है, साथ ही सरकार को चेतावनी दी यदि 14 अक्टूबर के पहले आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मांग पूरी नहीं होती है, तो विशाल आंदोलन किया जाएगा।
मंगलवार को आंगनबाड़ी अधिकार संयुक्त मोर्चा उत्तर प्रदेश की संयोजक सत्ता सिंह, सहसंयोजक प्रभावती प्रदेश अध्यक्ष गीता पांडे, अंजनी मौर्य, कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष इंदु वर्मा, शायमा जमीर, उर्मिला मिश्रा, संगीता सिंह, राजेश्वरी राठी के नेतृत्व में सैकड़ो आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकायें उरई के कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां सभी में धरना देते हुए अपनी मांगों को पूरा किए जाने की मांग की।
इस दौरान उन्होंने अतिरिक्त मजिस्ट्रेट अतुल कुमार के माध्यम से 6 सूत्रीय मांग पत्र मुख्यमंत्री को ज्ञापन देते हुए भेजा। इस दौरान धरने में शामिल हुई सभी आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर नियुक्ति होने वाले एजुकेटर भर्ती पर रोक लगाई जाए तथा एजुकेटर का कार्य कार्यत्रियों को सौंपा जाए।
इसके अलावा कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं को शासकीय कर्मचारी का दर्जा दिया जाए, जब तक संभव नहीं है, ग्रेजुएट के मानदेय से अधिक कार्यकर्ताओं को 18 हजार रुपये एवं सहायिकाओं को 9 हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय देने के साथ पीएफ एवं ईएसआई की सुविधा प्रदान की जाए।
इसके अलावा पोष्टाहार हॉटकुक, फूड निधि वितरण की व्यवस्था कोटेदार, एसएसजी, ग्राम प्रधान, पार्षद एवं हेड मास्टर आदि व्यवस्था में न उलझाकर किसी एक सुदृढ़ व्यवस्था द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों के कार्यत्रियों को सीधे उपलब्ध कराया जाए। भारत सरकार के पोषण दो में मिनी कार्यकर्ताओं का पद अपग्रेड करके सामान कर दिया जाए, इसीलिए समान कार्य के बराबर मानदेय एवं अन्य सुविधा दिया जाए।
वहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के 62 वर्ष आयु सेवा उपरांत सेवानिवृत्ति पर एक मुश्त फंड 10 लाख रुपए की धनराशि देने के साथ आजीवन पेंशन देने की व्यवस्था की जाए, इसके अलावा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं में मुख्य सेविका के पद पर चयन पदोन्नति एवं आंगनबाड़ी सहायिकाओं से कार्यकर्ताओं के पद पर पदोन्नति में 50 वर्ष आयु सीमा की बाध्यता को समाप्त की जाए।
सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का कहना कि यदि उक्त मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो 14 अक्टूबर से लखनऊ में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन हड़ताल करने के लिए संयुक्त मोर्चा बाद होगा, जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन व सरकार की होगी।