पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा के आखिरी दिन जालौन पुलिस ने एक मुन्ना भाई को गिरफ्तार किया है, जो फर्जी जन्म तिथि के सहारे पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा देने परीक्षा केंद्र पर पहुंचा था, जहां आधार कार्ड और हाई स्कूल के अंक प्रमाण पत्र में जन्म तिथियां अलग-अलग मिलने पर उसको गिरफ्तार किया गया। यह तब पता चला जब बायोमेट्रिक से इसकी जांच की गई, जिसके बाद परीक्षा केंद्र में तैनात पुलिस अधिकारियों ने उसको हिरासत में लेकर कोतवाली ले आए, जिसके खिलाफ पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत करते हुए कार्रवाई शुरू कर दी।
मामला उरई कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सर्वोदय इंटर कॉलेज का है। इस परीक्षा केंद्र में दूसरी पाली में आयोजित पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा में 240 परीक्षार्थियों में 184 परीक्षार्थी परीक्षा देने के लिए पहुंचे थे, जब सभी अभ्यर्थियों का बायोमेट्रिक किया जा रहा था जिसमें 183 अभ्यर्थियों का बायोमैट्रिक सही निकला मगर एक अभ्यर्थी प्रवीण कुमार उर्फ पिंटू शर्मा पुत्र रामप्रसाद निवासी जुगराजपुर थाना शिवली जिला कानपुर देहात जिसका बायोमैट्रिक हाई स्कूल के अंक पत्र के हिसाब से प्रवेश पत्र पर और आधार कार्ड की जन्मतिथि में अंतर निकाला, जिसमें अभ्यर्थी प्रवीण कुमार की हाईस्कूल के अंक पत्र में जन्मतिथि 20 जुलाई 2001 दर्ज था, जबकि आधारकार्ड में जन्मतिथि 1 जनवरी 1989 लिखकर आ रही थी।
इस अभ्यर्थी को संदिग्ध मानते हुए बायोमेट्रिक करने वाली लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस अधिकारियों को दी, जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने उस अभ्यर्थी को तत्काल हिरासत में ले लिया और उससे पूछताछ की तो हिरासत में लिए गए अभ्यर्थी प्रवीण ने बताया कि हाई स्कूल में फेल हो जाने के बाद दोबारा हाई स्कूल की परीक्षा थी जिसमें वह पास हो गया था, जिसमें उसने जन्मतिथि में हेर फेर किया और इसी हेर फेर के कारण वह पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा में अपना आवेदन कर सका और उसी के सहारे पेपर देने आया था।
इस मामले में उरई के क्षेत्राधिकारी उमेश कुमार पांडेय ने बताया कि पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा में कूट रचित तरीके से दस्तावेजों को तैयार करके एक अभ्यर्थी परीक्षा देने आया था जिसको बायोमेट्रिक के दौरान पकड़ा गया, जिसके हाईस्कूल के अंक पत्र और आधार कार्ड में जन्मतिथि में अंतर पाया गया, इसके बाद उरई कोतवाली में अभ्यर्थी के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया गया है, आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है और उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जा रही है।