हाई स्कूल की यूपी बोर्ड परीक्षा का शनिवार को माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा परिणाम घोषित कर दिया है, जिसमें छात्राओं ने इस बार छात्रों की अपेक्षा बाजी मारी है, प्रदेश में टॉप 3 में 6 में 5 छात्राओं ने बाजी मारी है, जिसमें जालौन की दीपांशी ने भी तीसरी रैंक हासिल की है। दीपांशी ने बताया कि घर पर खुद 6 घंटे सेल्फ स्टडी, गुरुजन द्वारा बताए मैथर्ड और दादी, पापा चाचा के द्वारा पढ़ाई में मिले सपोर्ट के कारण आज उसने प्रदेश में तीसरी रैंक हासिल की है। दीपांशी ने कहा हुआ है आगे चलकर इंजीनियर बनना चाहती है।
दीपांशी सिंह सेंगर मूल रूप से जालौन के महेवा विकासखंड के बीहड़ क्षेत्र के ग्राम नूरपुर की रहने वाली है। उसके पिता बृजेंद्र सिंह सेंगर किसान हैं। जबकि मां मुना देवी ग्रहणी है। माता-पिता गांव में रहकर खेती किसानी का काम करते हैं, जबकि दीपांशी अपने चाचा और दादी के साथ चुर्खी रोड स्थित उरई विकास प्राधिकरण के पास बने आवास में रहकर बघौरा में बने सरस्वती ज्ञान मंदिर इंटर कॉलेज में पढ़ाई कर रही थी।
परिवार के सभी लोगों ने किया सपोर्ट
दीपांशी सिंह सेंगर ने बताया कि आज उसने हाई स्कूल की परीक्षा में प्रदेश में तीसरी रैंक हासिल की है और उसे बहुत अच्छा लग रहा है, उसने 98 प्रतिशत अंक हासिल किए ही। दीपांशी ने बताया कि उसके माता-पिता हमेशा पढ़ाई के लिए सपोर्ट करते थे, पिता किसान होने के बावजूद भी उन्होंने कभी भी हौसला टूटने नहीं दिया और उन्होंने दादी और चाचा के साथ उरई में रुकवाया जहां दादी चाचा द्वारा सपोर्ट करते हुए पढ़ाई में पूरा साथ दिया और आज यह मुकाम हासिल किया, दीपांशी ने बताया कि वह घर में सबसे बड़ी है और उसकी दो छोटी बहनें हैं उन्हें भी वह शिक्षा के लिए प्रेरित करती है।
6 से 7 घंटे खुद करती थी पढ़ाई
दीपांशी ने बताया कि वह घर पर स्कूल आने के बाद 6 से 7 घंटे सेल्फ स्टडी करती थी, साथ ही गुरुजनों ने भी उन्हें बहुत सपोर्ट किया है और आज यह मुकाम हासिल करने में सफलता पाई है।
इंजीनियर बनना चाहती है दीपांशी
दीपांशी ने कहा कि वह आगे चलकर इंजीनियर बनना चाहती हैं उन्हें खेल में रुचि है और वह बैडमिंटन खेलना पसंद करती हैं। दीपांशी ने कहा कि यदि मन में ठान लिया जाए तो कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है, इसीलिए किसी भी छात्र-छात्रा को पढ़ाई के वक्त घबराना नहीं चाहिए, परीक्षा के समय अटूट विश्वास के साथ पढ़ाई करनी चाहिए और डरना बिल्कुल नहीं चाहिए इसीलिए उन्हें आज यह कामयाबी मिली है।
पिता बोले बेटी की कामयाबी से गदगद
हाई स्कूल की परीक्षा में प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल करने वाली दीपांशी सिंह सेंगर के पिता बृजेंद्र सिंह सेंगर ने कहा कि आज बेटी की इस कामयाबी से वह गदगद हैं, उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा है की बेटी ने प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल किया है, वह हमेशा अपनी बेटियों को बेटों के समान मानते हैं, उन्होंने कभी किसी प्रकार का बेटियों की पढ़ाई के लिए भेदभाव नहीं किया है, तीन बेटियां होने के बाबजूद भी उन्होंने बेटियों की पढ़ाई में किसी प्रकार की कटौती नहीं कि आज परिणाम यह रहा की बेटी ने प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल कर जिले के साथ साथ सभी का नाम रोशन किया है।