जालौन में शुक्रवार देर रात को नगर में स्थित लकड़ी के टाल में भीषण आग लग गई, देखते ही देखते लकड़ी का टाल धू-धूकर जल उठा। रात में आग की लपटे देख आसपास के लोग दहशत में आ गये, जिन्होंने दमकल कर्मियों के साथ पुलिस को सूचना दी। जानकारी मिलते ही कोतवाली पुलिस दमकल की दो गाड़ियों के साथ मौके पर पहुंची, जिन्होंने कड़ी मशक्कत करने के बाद इस आग को काबू में पाया, मगर तब तक 5 लाख रुपए से अधिक की बहुमूल्य लकड़ियां जलकर खाक हो गई थी।
यह घटना जालौन कोतवाली क्षेत्र के कन्हैया धाम गेस्ट हाउस के सामने की है। यहां पर जितेंद्र कुशवाहा और मानवेंद्र यादव संयुक्त रूप से लकड़ी का टाल का संचालन रहे है, जिसमें आरा मशीन भी लगी थी, जिसमें लकड़ी की चिराई का काम भी चलता है।
शुक्रवार देर रात लगभग 2 बजे के आसपास जब सभी लोग सो रहे थे, तभी रात में लकड़ी के टाल में अचानक आग लग गई, देखते ही देखते आग की लपटे तेजी से बढ़ने लगी, इस दौरान आसपास के लोग जागे और उन्होंने आग की लपेट देखी वह बाहर निकाल कर आए, जहां टाल में लगी आग की सूचना पुलिस को दी।
आग की सूचना मिलते ही जालौन कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और उन्होंने दमकल कर्मियों को सूचना दी। आग की जानकारी मिलने पर दमकल की दो गाड़ी आग बुझाने पहुंची, मगर तब तक लाखों रुपए की लकड़ी जलकर खाक हो चुकी थी, दमकल की दो गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत करने के बाद टाल में लगी आग पर काबू में पाया।
वही टाल का संचालक जितेंद्र कुशवाहा और मानवेंद्र यादव भी मौके पर पहुंचे, जिन्होंने बताया कि टाल में शीशम, चीड़, सागुन, नीम, बबूल, आम की लकड़ियां चिराई के लिये रखी हुई थी, यह भी पूरी जलकर खाक हो गई। उन्होंने बताया कि लगभग 5 लाख रुपए से अधिक की यह लकड़ियां जली है, मगर आग कैसे लगी यह स्पष्ट नहीं हो सका।